PHOTOS: सिर पर हैट... हाथों में कैमरा, पीएम मोदी की जंगल सफारी की खास तस्‍वीरें

PM मोदी ने असम में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में जंगल सफारी का लुत्‍फ उठाया. जंगल सफारी के दौरान वह हाथी पर बैठे नजर आए. वहीं, उन्‍होंने जीप से भी काजीरंगा राष्‍ट्रीय उद्यान का कुछ सफर तय किया.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काजीरंगा नेशनल पार्क में जंगल सफारी का जमकर लुत्‍फ उठाया...
काजीरंगा:

PM Modi in Kaziranga: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi)ने शनिवार सुबह असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान एवं बाघ अभयारण्य (Kaziranga National Park) में हाथी और जीप पर सवार होकर जंगल सफारी (Jungle Safari) का लुत्‍फ उठाया. पीएम मोदी इस दौरान सिर पर हैट, आंखों पर काला चश्‍मा और हाथों में कैमरा थामे नजर आए. संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थल की अपनी पहली यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले उद्यान के ‘सेंट्रल कोहोरा रेंज' के मिहिमुख क्षेत्र में हाथी की सवारी की और उसके बाद उसी रेंज के अंदर जीप सफारी की.

सफारी के दौरान पीएम मोदी के साथ काजीरंगा नेशनल पार्क के निदेशक सोनाली घोष और अन्य वरिष्ठ वन अधिकारी भी मौजूद रहे. पीएम मोदी ने सभी बात की और नेशनल पार्क के बारे में जानकार हासिल की.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काजीरंगा नेशनल पार्क में जंगल सफारी का जमकर लुत्‍फ उठाया. इस दौरान उन्‍होंने जंगली जानकारों की कुछ तस्‍वीरें भी लीं. 

Advertisement


प्रधानमंत्री राज्य के दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार शाम को काजीरंगा पहुंचे थे. पीएम मोदी असम पहुंचे के बाद केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और राज्य के कृषि मंत्री अतुल बोरा, शर्मा और अन्य लोगों के साथ एक हेलीकॉप्टर से काजीरंगा के पनबारी के लिए रवाना हुए और वहां पहुंचने पर एक बार फिर प्रधानमंत्री का स्वागत किया गया.

Advertisement

असम का काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान गैंडों के सबसे बड़े निवास स्थान, पक्षियों की 600 से अधिक प्रजातियों, डॉल्फ़िन की बढ़ती आबादी और बाघों की सबसे ज्‍यादा घनत्व वाले स्थानों में से एक है. 

Advertisement

काजीरंगा एक पॉपुलर हॉलिडे डेस्टिनेशन है, जो देश और दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है. इसमें 2200 से अधिक भारतीय एक सींग वाले गैंडे रहते हैं, जो उनकी कुल विश्व आबादी का लगभग 2/3 हिस्सा है. 

Advertisement

मैरी कर्जन की सिफारिश पर 1908 में विकसित, यह पार्क पूर्वी हिमालयी जैव विविधता वाला हॉटस्पॉट गोलाघाट और नागांव जिलों के किनारे पर स्थित है. इस पार्क को 1985 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था.

ये भी पढ़ें:- PM मोदी ने असम के काजीरंगा नेशनल पार्क में उठाया जंगल सफारी का लुत्‍फ

Featured Video Of The Day
Chhath 2024 | छठ पूजा को लेकर AAP और BJP आमने-सामने, 'आप' का बीजेपी पर छठ घाट पर रोक लगाने का आरोप
Topics mentioned in this article