देश का नया संसद भवन के निर्माण का काम लगभग पूरा हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)गुरुवार देर शाम को अचानक नए संसद भवन (New Parliament Building)का दौरा करने पहुंचे. उन्होंने यहां एक घंटे से अधिक समय बिताया. पीएम ने अधिकारियों ने एक-एक चीज का बारीकी से जायजा लिया.
नए संसद भवन में पीएम मोदी ने विभिन्न कार्यों का निरीक्षण किया. उन्होंने संसद के दोनों सदनों में मिलने वाली सुविधाओं को भी देखा. पीएम ने निर्माण के काम में लगे श्रमिकों से भी बातचीत की. प्रधानमंत्री के साथ लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी मौजूद रहे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी. केंद्र सरकार ने 2019 में सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना शुरू की थी, जिसमें नई दिल्ली में अन्य परियोजनाओं के साथ-साथ एक नए संसद भवन का निर्माण भी शामिल है.
जानकारी के मुताबिक, यह कॉन्ट्रैक्ट टाटा प्रोजेक्ट्स को 2020 में 861.9 करोड़ रुपये में दिया गया था. जिसकी बाद में लागत करीब 1,200 करोड़ रुपये तक बढ़ा दी गई. नए संसद भवन (New Parliament Building) में लोकसभा फ्लोर का प्लान राष्ट्रीय पक्षी मोर की थीम पर रखा गया है. नया भवन पुराने संसद भवन से 17,000 वर्ग मीटर बड़ा है.
ये भवन पूर्ण रूप से भूकंपरोधी है, जिसका डिजाइन 'HCP डिजाइन, प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड' ने तैयार किया है. इसके आर्किटेक्ट बिमल पटेल हैं.
संसद के नए भवन में एक बार में 1200 से ज्यादा सांसदों के बैठने की सुविधा है. इसमें 888 सांसद लोकसभा में और 384 सांसद राज्यसभा में बैठ सकते हैं. नए भवन में एक सुंदर संविधान कक्ष का निर्माण भी किया गया है.
नई इमारत 13 एकड़ में बन रही है. ये राष्ट्रपति भवन से कुछ ही दूरी पर है. सेंट्रल विस्टा रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत बने चार मंजिला नए संसद भवन में लाउंज, लाइब्रेरी, कमेटी हॉल, कैंटीन और पार्किंग की सुविधा भी दी गई है.