राष्ट्रपति के अभिभाषण (Presidential Address) पर धन्यवाद प्रस्ताव (Motion of Thanks) पर जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कोरोना के संकट काल में न केवल अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं बल्कि भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी याद किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब संकट का काल होता है, चुनौतियां अपार होती हैं और विश्व की हर शक्ति अपने ही बचाव में लगी होती है और कोई किसी की मदद नहीं कर रहा होता है तो ऐसे समय में खुद पर भरोसा रखना पड़ता है.
पीएम ने इसी क्रम में अटल बिहारी वाजपेयी की पंक्तियों को प्रेरणा के रूप में पढ़ा. उन्होंने कहा कि अटल जी ने लिखा था,
व्याप्त हुआ बर्बर अंधियारा
किंतु चीर कर तम की छाती
चमका हिंदुस्तान हमारा।
शत-शत आघातों को सहकर
जीवित हिंदुस्तान हमारा।
जग के मस्तक पर रोली सा
शोभित हिंदुस्तान हमारा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अटल जी के शब्द आज के इस कालखंड में भारत के सामर्थय का परिचय कराते हैं. पीएम ने सदन को बताया कि पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने कोरोना का डटकर सामना किया और 130 करोड़ भारतीयों ने उसे कर दिखाया. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में भारत ने जो किया, उसकी पूरी दुनिया तारीफ कर रही है.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान हमने देशभर के गरीबों को राशन देने का काम किया. इस दौरान 80 करोड़ से भी अधिक देशवासियों को मुफ्त राशन देकर देश ने दुनिया के सामने उदाहरण प्रस्तुत किया है. पीएम ने कहा कि गरीब लोगों को घर देने का काम भी हमारी सरकार कर रही है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम शत प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं लेकिन अब भी कोरोना हमारे लिए एक बड़ी चुनौती है क्योंकि यह रंग, रूप बदलता रहता है, इसका वायरस बहुरूपिया है.