PM ने नेशनल हाइड्रोजन मिशन घोषित किया, कहा - देश को बनाना होगा ऊर्जा-आत्मनिर्भर

75th Independence Day : पीएम मोदी ने कहा कि अभी आजादी के 75 साल के समय हम ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर नहीं है. हर साल 12 लाख करोड़ रुपये हमें तेल के आयात पर खर्च करना पड़ता है. यह धन बचाया जा सकता है

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75वां स्वतंत्रता दिवस 2021: Pm Modi ने 75th Independence Day पर देश के नाम संबोधन दिया

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)  ने रविवार को 75वें स्वतंत्रता दिवस (75th Independence Day 2021) के मौके पर देश के नाम संबोधन दिया. उन्होंने देश को आजादी के 100 पूरे होने के पहले ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य दिया है. PM ने नेशनल हाइड्रोजन मिशन (National Hydrogen Mission) घोषित किया और कहा कि देश को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाना होगा.पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अभी आजादी के 75 साल के समय हम ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर (Energy Independent) नहीं है. हर साल 12 लाख करोड़ रुपये हमें तेल के आयात पर खर्च करना पड़ता है. यह धन बचाया जा सकता है. इसके लिए देश को गैस आधारित अर्थव्यवस्था बनाना होगा. पीएम मोदी ने कहा, हमें आजादी के 100 साल के पूरे होने यानी अगले 25 वर्षों में ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना होगा.

पीएम मोदी ने यही समय है, सही समय है कि कविता को पढ़कर सबके भीतर जोश का संचार किया. गौरतलब है कि देश में ऊर्जा की जरूरतों के लिए करीब 86 फीसदी तेल भारत दूसरे देशों से आयात करता है. कच्चे तेल की ऊंची होती कीमतों को लेकर भारत लंबे समय से मार झेल रहा है. पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतें भी इस कारण आर्थिक प्रगति की राह में बाधा बनी हुई हैं.

पीएम मोदी अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के तहत देश मे सौर ऊर्जा का बड़ा जाल बिछाने का काम पहले ही शुरू कर दिया है. राजस्थान और गुजरात में सौर ऊर्जा की बड़ी बड़ी परियोजनाएं चल रही हैं. सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन के लिए भी तमाम प्रयास कर रही है. ई-वहिकल की खरीद पर सब्सिडी भी दी जा रही है. 

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पीएम मोदी ने ईंधन की खपत करने और पुराने वाहनों को सड़कों से हटाने के लिए नेशनल स्क्रैपेज पॉलिसी का भी दो दिन पहले ही जारी की है. स्क्रैप पॉलिसी से नए वाहनों की खरीद बढ़ेगी, जिससे ऑटोमोबाइल सेक्टर को प्रोत्साहन मिलेगा और इलेक्ट्रिक वाहनों को भी गति मिलेगी. टेस्ला समेत कई विदेशी कंपनियां भी इलेक्ट्रिक वाहन के क्षेत्र में भारत में दस्तक देने को तैयार दिख रही हैं. 

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