भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन गुरुवार को प्रेस, यानी पत्रकारों के सवालों के जवाब देंगे, अमेरिकी राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस ने इसकी पुष्टि की है, और इसे 'बड़ी बात' करार दिया है.
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, "हम आभारी हैं कि (भारत के) प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी यात्रा के अंत में एक प्रेस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं... हमें लगता है कि यह महत्वपूर्ण है और हमें खुशी है कि वह भी इसे महत्वपूर्ण मानते हैं..."
किर्बी ने कहा, प्रेस कॉन्फ्रेंस का फॉरमैट ऐसा है कि उसमें एक प्रश्न अमेरिकी प्रेस से और एक प्रश्न एक भारतीय पत्रकार की ओर से पूछा जाना शामिल होगा.
कभी-कभार दिए गए व्यक्तिगत इंटरव्यू को छोड़ दें, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मीडिया के सवालों का जवाब कभी-कभार ही दिया करते हैं. वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से उन्होंने एक भी प्रेस वार्ता को संबोधित नहीं किया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर के अनुसार, विश्वभर के अन्य नेताओं के साथ हुईं व्हाइट हाउस की प्रेस कॉन्फ्रेंसों को अब तक सख्ती से नियंत्रित किया जाता रहा है.
रॉयटर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारी जो बाइडेन और उनके मेहमान से पूछे जाने के लिए पहले से ही अमेरिकी और विदेशी मीडिया से पत्रकारों को नामित करते हैं, और बहुत सीमित संख्या में सवालों की अनुमति दी जाती है.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वक्त अमेरिका की राजकीय यात्रा पर हैं. यह एक दुर्लभ सम्मान है, जो अमेरिका अपने निकटतम सहयोगियों को ही दिया करता है. प्रधानमंत्री ने बुधवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में भाग लिया और फिर वाशिंगटन डीसी के लिए उड़ान भरी. वहां उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन के साथ रात्रिभोज में भाग लिया.
गुरुवार शाम को वह अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे. अमेरिकी संसद की संयुक्त बैठक को यह उनका दूसरा संबोधन होगा - ऐसा अवसर अब तक किसी भी भारतीय नेता को नहीं मिला है.