प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस (PM Modi's Speech 75th Independence Day) के मौके पर रविवार को राष्ट्र के नाम लाल किले (Red Fort) की प्राचीर से अपना संबोधन दिया. पीएम मोदी ने आजादी के इस समारोह के दिन सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास नारे के साथ एक नया सूत्र सबका प्रयास (Sabka Prayas) जोड़ा. पीएम मोदी ने इसे 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विकास और अब सबका प्रयास' का नारा बनाया है. आजादी के अमृत महोत्सव की अहमियत का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने झंडारोहण के बाद अपने संबोधन में कहा कि सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास, इसी श्रद्धा के साथ हम सब जुटे हुए हैं. आज लाल किले से मैं आह्वान कर रहा हूं, सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और अब सबका प्रयास(Sabka Saath, Sabka Vikas, Sabka Vikas Sabka Prayas), हमारे हर लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.
पीएम मोदी ने सबका प्रयास पर जोर देते हुए कहा कि कोरोना के इस चुनौतीपूर्ण वक्त में सभी नागरिकों का देश के लिए योगदान बेहद जरूरी है. सबका प्रयास की बदौलत ही देश आजादी के 100 वर्ष पूरे होने के अगले 25 वर्षों में देश की तस्वीर बदलेगी औऱ दुनिया की सबसे ताकतों में से एक के तौर पर सबसे ज्यादा मजबूती से उभरेगा.
प्रधानमंत्री ने 'सबका प्रयास' नारे के तहत ही देश के स्टार्टअप का उल्लेख किया. पीएम मोदी ने कोरोना काल में देश में उभरे स्टार्टअप का जिक्र किया. उन्होंने देश में विनिवेश, पुराने कानूनों को खत्म करने की कवायद भी याद दिलाई. ओबीसी वर्ग को मेडिकल में 27 फीसदी आरक्षण का उल्लेख करने के साथ पीएम मोदी ने कहा कि आरक्षण से वंचित समाज को लाभ मिल रहा है. उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में पदक विजेता खिलाड़ियों के सम्मान में तालियां बजाकर भी 'सबका प्रयास' पर बल दिया.
पीएम मोदी ने कहा कि इन खिलाड़ियों ने देश के गौरव, मान बढ़ाया है, हमें इसे नई ऊंचाई पर ले जाना है. प्रधानमंत्री ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस यानी कारोबार में आसानी के लिए उठाए गए कदमों का भी उल्लेख किया. पीएम मोदी ने मिशन कर्मयोगी का भी उल्लेख किया. उन्होंने 'सबका प्रयास' के तहत नई शिक्षा नीति 2021 का जिक्र किया, ताकि बच्चों में कौशल विकास की कोई कमी न रहे. उन्होंने कहा कि भाषा अब तरक्की की राह में रोड़ा नहीं बनेगी.