PM नरेंद्र मोदी करेंगे पहली भारत-मध्य एशिया शिखर बैठक की मेज़बानी, भारत के लिए इसलिए ख़ास है मध्य एशिया...

भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, इस शिखर बैठक में कजाकिस्तान (Kazakhstan), किर्गिस्तान(Kyrgyzstan), ताजिकिस्तान(Tajikistan), तुर्कमेनिस्तान(Turkmenistan) और उज्बेकिस्तान(Uzbekistan) के राष्ट्रपति भाग लेंगे. 

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नई दिल्‍ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) 27 जनवरी को डिजिटल माध्यम से पहली भारत-मध्य एशिया शिखर बैठक (First India- Central Asia Summit) की मेजबानी करेंगे. विदेश मंत्रालय ने बुधवार को इसकी घोषणा की. भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, इस शिखर बैठक में कजाकिस्तान (Kazakhstan), किर्गिस्तान (Kyrgyzstan), ताजिकिस्तान (Tajikistan), तुर्कमेनिस्तान (Turkmenistan) और उज्बेकिस्तान (Uzbekistan) के राष्ट्रपति भाग लेंगे.

बयान में कहा गया है कि भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच शीर्ष नेताओं के स्तर पर इस तरह का यह पहला संवाद होगा. विदेश मंत्रालय ने कहा कि पहली भारत-मध्य एशिया शिखर बैठक मध्य एशियाई देशों के साथ भारत के बढ़ते संपर्क को प्रतिबिंबित करती है.

इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज़ एंड एनेलिसिस(IDSA) के मुताबिक मध्य एशियाई देशों के साथ संबंधों को बेहतर बनाने के लिए पहला भारत-सेंट्रल एशिया डायलॉग जून 2012 में किर्गिस्तान की राजधाी बिश्केक में आयोजित किया गया था. इस दौरान भारतीय विदेश राज्य मंत्री ई अहमद ने भारत की नई "कनेक्ट सेंट्रल एशिया" नीति की घोषणा की थी. इसके अनुसार मध्य-एशियाई देशों के साथ राजनैतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग बढ़ाने की वकालत की गई थी.

मध्य-एशियाई देश एशिया और यूरोप के बीच एक बड़े पुल का काम करते हैं और भारत के लिए ऊर्जा और सुरक्षा के नज़रिए से बेहद अहम हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने भी 2015 में मध्य एशियाई देशों का पहला ऐतिहासिक दौरा किया था. इसके बाद द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मंचों पर संवाद होता रहा है.

विदेश मंत्रालय के ताजा बयान के अनुसार, पिछले साल 18-21 दिसंबर को विदेश मंत्रियों के स्तर पर भारत-मध्य एशिया संवाद का आयोजन नयी दिल्ली में हुआ जिससे भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच संबंधों को गति मिली.

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इससे पहले, 10 नवंबर, 2021 को नयी दिल्ली में अफगानिस्तान(Afghanistan) के संदर्भ में क्षेत्रीय सुरक्षा संवाद का आयोजन हुआ जिसमें मध्य एशियाई देशों की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषदों के सचिवों ने भाग लिया.

विदेश मंत्रालय ने कहा कि पहली भारत-मध्य एशिया शिखर बैठक में भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच रिश्तों को नयी ऊंचाई पर ले जाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा हो सकती है. (इनपुट भाषा से...)

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