प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से 'समिट फॉर डेमोक्रेसी' (Summit For Democracy) को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व है. भारत के ऐतिहासिक परिपेक्ष्यों का हवाला देते हुए PM मोदी ने लोकतंत्र पर बात की. उन्होंने कहा - ''भारत ने दिखाया है कि लोकतंत्र नतीजे दे सकता है, लोकतंत्र ने नतीजे दिए हैं, लोकतंत्र नतीजे देता रहेगा.'' इस अवसर पर पीएम मोदी ने बहुदलीय चुनाव, स्वतंत्र न्यायपालिका और फ़्री मीडिया को लोकतंत्र के लिए ज़रूरी और अहम बताया. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि लोकतंत्र सिर्फ़ ‘लोगों का, लोगों द्वारा और लोगों के लिए' ही नहीं है, बल्कि ‘लोगों के साथ, लोगों के भीतर' भी होना ज़रूरी है.
प्रधानमंत्री ने कहा - ''हम एक दूसरे से बहुत कुछ सीख सकते हैं. हम सभी को अपनी लोकतांत्रिक प्रथाओं और प्रणालियों में लगातार सुधार करने की आवश्यकता है. आज का सम्मेलन दुनिया के लोकतंत्रों (Democracy) के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए एक सामयिक मंच प्रदान करता है. इसमें भारत को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने, डिजिटल समाधानों के माध्यम से शासन के सभी क्षेत्रों में पारदर्शिता बढ़ाने में अपनी विशेषज्ञता साझा करने में खुशी होगी.''
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उन्होंने कहा कि लोकतंत्र हमारे नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकता है. इसके लिए भारत साथी लोकतंत्रों के साथ शामिल होने के लिए तैयार है. अपने संबोधन के आखिर में पीएम ने कहा कि साथ काम कर लोकतांत्रिक सरकारें जनता की उम्मीदों को पूरा कर सकती हैं और मानवता लोकतांत्रिक भावना का जश्न मना सकती है. पीएम ने कहा कि ''भारत लोकतंत्र को मज़बूती के प्रयास में दुनिया के लोकतांत्रिक देशों के साथ काम करने को हमेशा से तैयार है.''
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