हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को अपने 'बचपन के दोस्त अब्बास' से पूछना चाहिए कि क्या निलंबित बीजेपी नेता नूपुर शर्मा की पैगंबर मौहम्मद पर टिप्पणी आपत्तिजनक है या नहीं. ओवैसी का प्रधानमंत्री पर ताजा हमला नूपुर शर्मा की टिप्पणी उस टिप्पणी के एक हफ्ते बाद आया है, जिसने राजनीतिक जगत में तूफान ला दिया और पूरे देश में विरोध की लहर छिड़ गई. अपनी मां हीराबेन मोदी के 99वें जन्मदिन पर लिखे गए एक ब्लॉग पोस्ट में प्रधान मंत्री ने अब्बास के साथ अपनी यादों को याद साझा किया था.
उन्होंने लिखा कि "मेरे पिता का एक करीबी दोस्त पास के गांव में रहता था. उनकी असामयिक मृत्यु के बाद मेरे पिता अपने दोस्त के बेटे अब्बास को हमारे घर ले आए. वह हमारे साथ रहे और अपनी पढ़ाई पूरी की. मां अब्बास की भी उसी तरह स्नेह से देखभाल करतीं जैसे हम सभी भाई बहनों की करती थीं. हर साल ईद पर वह उनके पसंदीदा व्यंजन बनाती थीं."
तीखा जवाब देते हुए ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आठ साल बाद अपने दोस्त को याद किया. हमें नहीं पता था कि आपका यह दोस्त है. हम प्रधानमंत्री से अपील करते हैं, कृपया अब्बास को फोन करें, अगर वह वहां हैं तो उनसे पूछें कि असदुद्दीन ओवैसी और उलेमाओं (धार्मिक नेताओं) के भाषणों को सुनें और उनसे पूछें कि क्या हम झूठ बोल रहे हैं. ओवैसी ने आगे कहा कि यदि आप पता शेयर करें तो मैं अब्बास के पास जाऊंगा, मैं उनसे पूछूंगा कि क्या नूपुर शर्मा ने पैगंबर मौहम्मद के बारे में जो कहा वह आपत्तिजनक है या नहीं, और स्वीकार करेंगे कि उन्होंने कितना बकवास भरा बयान दिया था. ओवैसी यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि आपने अपने दोस्त को याद किया. यह भी संभव है कि ये एक कहानी हो. मुझे कैसे पता चलेगा. आपने तो अच्छे दिन का भी वादा किया था, आ गए क्या.