PM मोदी ने जूनागढ़ की सोनल मां को जन्म शताब्दी पर दी श्रद्धांजलि

पीएम मोदी ने कहा, ‘‘गुजरात और सौराष्ट्र की ये धरती खास तौर पर महान संतों और विभूतियों की भूमि रही है. कितने ही संत और महान आत्माओं ने इस क्षेत्र में पूरी मानवता के लिए अपना प्रकाश बिखेरा है.’’

विज्ञापन
Read Time: 25 mins
PM मोदी ने कहा कि सोनल मां आधुनिक युग के लिए प्रकाश स्तम्भ की तरह थीं. (फाइल)
जूनागढ़:

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुजरात के जूनागढ़ जिला स्थित मढड़ा धाम में आयोजित चारण समाज की आध्यात्मिक गुरु आई श्री सोनल मां के जन्म शताब्दी समारोह पर शनिवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. प्रधानमंत्री ने तीन दिवसीय जन्म शताब्दी समारोह कार्यक्रम को वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित करते हुए लोगों से अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratishtha) समारोह का जश्न मनाने के लिए 22 जनवरी को श्री राम ज्योति प्रज्वलित करने का आग्रह किया. 

उन्होंने कहा, ‘‘मढड़ा धाम, चारण समाज के लिए श्रद्धा का केंद्र है, शक्ति का केंद्र है, संस्कार-परंपरा का केंद्र है. मैं आई के श्री चरणों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराता हूं, उन्हें प्रणाम करता हूं.''

उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात और सौराष्ट्र की ये धरती खास तौर पर महान संतों और विभूतियों की भूमि रही है. कितने ही संत और महान आत्माओं ने इस क्षेत्र में पूरी मानवता के लिए अपना प्रकाश बिखेरा है.''

Advertisement

मोदी ने कहा कि गिरनार भगवान दत्तात्रेय और अनगिनत संतों का स्थान रहा है. 

उन्होंने कहा, ‘‘सौराष्ट्र की इस सनातन संत परंपरा में श्री सोनल मां आधुनिक युग के लिए प्रकाश स्तम्भ की तरह थीं. उनकी आध्यात्मिक ऊर्जा, उनकी मानवीय शिक्षाएँ, उनकी तपस्या, से उनके व्यक्तित्व में एक अद्भुत दैवीय आकर्षण पैदा होता था. उसकी अनुभूति आज भी जूनागढ़ और मढड़ा के सोनल धाम में की जा सकती है.''

Advertisement

उन्होंने कहा, ‘‘सोनल मां का पूरा जीवन जनकल्याण के लिए, देश और धर्म की सेवा के लिए समर्पित रहा. उन्होंने भगत बापू, विनोबा भावे, रविशंकर महाराज, कनभाई लहेरी, कल्याण सेठ जैसे महान लोगों के साथ काम किया.''

Advertisement

मोदी ने कहा कि चारण समाज के विद्वानों के बीच उनका एक विशेष स्थान हुआ करता था और उन्होंने कई युवाओं का मार्गदर्शन कर उनका जीवन बदला. 

Advertisement
कुरीतियों से बचाने के लिए निरंतर किया प्रयास 

समाज के प्रति उनके योगदान को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने समाज में शिक्षा के प्रसार के लिए अद्भुत काम किया. उन्होंने कहा कि सोनल मां ने व्यसन और नशे के अंधकार से समाज को निकालकर नई रोशनी दी तथा समाज को कुरीतियों से बचाने के लिए निरंतर काम करती रहीं.

चारण साहित्‍य महान परंपरा का प्रमाण : PM मोदी 

मोदी ने कहा कि भागवत पुराण जैसे ग्रन्थों में चारण समाज को सीधे श्रीहरि की संतान कहा गया है. उन्होंने कहा, ‘‘विशाल चारण साहित्य आज भी इस महान परंपरा का प्रमाण है. चाहे देशभक्ति के गीत हों, या आध्यात्मिक उपदेश हों, चारण साहित्य ने सदियों से इसमें अहम भूमिका निभाई है.'' उन्होंने कहा कि सोनल मां को पारंपरिक पद्धति से कभी शिक्षा नहीं मिली. लेकिन, संस्कृत भाषा पर भी उनकी अद्भुत पकड़ थी और शास्त्रों का उन्हें गहराई से ज्ञान प्राप्त था.

श्रीराम ज्‍योत प्रज्‍वलित करने का किया आग्रह 

मोदी ने कहा कि यह कल्पना की जा सकती है कि जब अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम हो रहा है, तो श्री सोनल मां कितनी प्रसन्न होंगी. उन्होंने इस अवसर पर सभी से 22 जनवरी को हर घर में श्रीराम ज्योति प्रज्वलित करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि श्री सोनल मां ने परिश्रम कर आत्मनिर्भर बनने पर जोर दिया था. 

ये भी पढ़ें :

* महाराष्ट्र को प्रधानमंत्री मोदी ने 30,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी
* नासिक : प्रधानमंत्री मोदी ने आगंतुक पुस्तिका में लिखा 'जय श्री राम'
* गुजरात के विकसित भारत का प्रवेश-द्वार होने का देश को भरोसा : अमित शाह

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
PM Modi पर आपत्तिजनक बयान देने वाले Mani Shankar Aiyar ने Rajiv Gandhi पर हमला क्यों बोला है?
Topics mentioned in this article