विभाजन के शिकार हिंदू-सिख परिवारों के लिए CAA के जरिये नागरिकता देने का प्रयास किया : PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज दुनिया जिस मुश्किल दौर से गुजर रही है उसमें गुरु नानक देव जी की शिक्षाएं मशाल की तरह नई दिशा देने का काम कर रही हैं. 

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
PM मोदी ने कहा कि हर प्रकाश पर्व का प्रकाश देश के लिए प्रेरणापुंज का काम कर रहा है.
नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार ने विभाजन के शिकार हिंदू एवं सिख परिवारों को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के माध्यम से नागरिकता देने का मार्ग बनाने का प्रयास किया है. उन्होंने पहले सिख गुरु नानक देव की 553वीं जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा के आवास पर आयोजित एक समारोह में हिस्सा लिया. इस दौरान वह विशेष अरदास में भी शामिल हुए. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आज दुनिया जिस मुश्किल दौर से गुजर रही है उसमें गुरु नानक देव जी की शिक्षाएं मशाल की तरह नई दिशा देने का काम कर रही हैं. 

उन्होंने कहा, ‘‘विभाजन में हमारे पंजाब के लोगों ने, देश के लोगों ने जो बलिदान दिया, उसकी स्मृति में देश ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस की शुरुआत की है. विभाजन के शिकार हिंदू-सिख परिवारों के लिए हमने सीएए कानून बनाकर उन्हें नागरिकता देने का एक मार्ग बनाने का प्रयास किया है.''

उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी को पता है कि मैंने कार्यकर्ता के तौर पर लंबा समय पंजाब में बिताया. उस दौरान कई बार हरमंदिर साहब पर मत्था ठेकने का मौका मिला.''

Advertisement

मोदी का कहना था, ‘‘हमें गुरु गोविंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व को मनाने का सौभाग्य मिला. हमें गुरु तेग बहादुर जी के 400वां प्रकाश पर्व को मनाने का सौभाग्य मिला. तीन वर्ष पहले हमने गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाश उत्सव भी पूरे उल्लास से देश और विदेश में मनाया.''

Advertisement

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ समय पहले अफगानिस्तान में किस तरह हालात बिगड़े थे. वहां हिंदू-सिख परिवारों को वापस लाने के लिए हमने अभियान चलाया. गुरुग्रंथ साहिब के स्वरूपों को भी हम सुरक्षित लेकर आए.''

Advertisement

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जो मार्गदर्शन देश को सदियों पहले गुरुवाणी से मिला था, वो आज हमारे लिए परंपरा भी है, आस्था भी है, और विकसित भारत का विजन भी है.''

Advertisement

उनके अनुसार, ‘‘ प्रकाश पर्व का जो बोध सिख परंपरा का रहा है, जो महत्व रहा है आज देश भी उसी तन्मयता से कर्तव्य और सेवा परंपरा को आगे बढ़ा रहा है. ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे लगातार इन अलौकिक आयोजनों का हिस्सा बनने का, सेवा में सहभागी होने का अवसर मिलता रहा है.''

उन्होंने कहा कि हर प्रकाश पर्व का प्रकाश देश के लिए प्रेरणापुंज का काम कर रहा है.

मोदी ने कहा, ‘‘हमारा प्रयास रहा है कि हम सिख परंपराओं और सिख विरासत को सशक्त करें.''

ये भी पढ़ेंः

* ऐसी राजनीति नहीं होनी चाहिए जिससे हमारी सीमाओं को खतरा उत्पन्न हो: IIM में एस जयशंकर ने कहा
* सोशल मीडिया मंच आतंकी समूहों के ‘टूलकिट' में प्रभावशाली उपकरण बन गए हैं : जयशंकर
* जयशंकर, ब्रिटिश विदेश मंत्री क्लेवरली ने यूक्रेन संकट, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति पर की चर्चा

आज का भारत वैश्विक कार्यस्थल का प्रभावी ढंग से कर रहा है उपयोग: विदेश मंत्री

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Top News March 17: Maharashtra Politics-Aurangzeb की कब्र पर कारसेवा की धमकी | Sambhal SP Holi Dance
Topics mentioned in this article