लाल किले की प्रचीर से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश को आगे बढ़ाने के लिए आझ हमें पांच प्रण लेने की जरूरत है. उन्होंने देश वासियों के लिए 25 साल का ब्लूप्रिंट रखा और कहा कि यह ब्लूप्रिंट तबी कामयाब होगा जब हम पांच प्रण लेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,”अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा, और वो बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए. दूसरा प्राण है किसी भी कोने में हमारे मन के भीतर अगर गुलामी का एक भी अंश हो उसे किसी भी हालत में बचने नहीं देना.”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,” तीसरी प्राण शक्ति- हमें अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए... चौथा प्राण है- एकता और एकजुटता... पांचवां प्राण है- नागरिकों का कर्तव्य, इसमें प्रधानमंत्री भी बाहर नहीं होता है, राष्ट्रपति भी बाहर नहीं है.”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आने वाले 25 साल के लिए हमें उन पांच प्रण पर अपनी शक्ति को केंद्रित करना होगा. 2047 जब आज़ादी के 100 साल होंगे तो आज़ादी के दिवानों के सारे सपने पूरे करने का जिम्मा उठाकर चलना होगा.