प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने गुरुवार को शतरंज ओलंपियाड के 44वें संस्करण का उद्घाटन किया. पीएम मोदी ने कहा कि खेल में कोई हारने वाला नहीं होता. इसमें केवल विजेता और भविष्य के विजेता होते हैं. इस उद्घाटन समारोह में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एके स्टालिन (Chief Minister AK Stalin) और दिग्गज अभिनेता रजनीकांत समारोह में रहे. स्टालिन ने प्रधानमंत्री का प्रतीक चिन्ह्र देकर स्वागत किया. दिग्गज शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने प्रधानमंत्री को चेस ओलंपियाड टॉर्च सौंपी.
पीएम मोदी ने चेन्नई में "वणक्कम (अभिवादन के लिए एक तमिल शब्द)" के साथ अपने भाषण की शुरुआत करते हुए, 'अतिथि देवो भव' नारे का हवाला देकर हुए दूर-दूर से आए खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ आतिथ्य का आश्वासन दिया.साथ ही, प्रधानमंत्री ने आतिथ्य के महत्व पर तमिल संत कवि तिरुवल्लुवर के दोहे का हवाला दिया.
यूक्रेन पर आक्रमण के बाद ओलंपियाड रूस से बाहर जाने के बाद पहली बार भारत में आयोजित किया जा रहा है. इस बार युद्ध के चलते रूस और चीन शतरंज ओलंपियाड में भाग नहीं ले रहे हैं. ऐसे में भारत ओपन और महिला वर्ग में तीन-तीन टीमें उतारेगा. यहां शतरंज का बुखार अपने चरम पर है और सभी की निगाहें भारतीय टीमों पर टिकी हुई हैं.
पाकिस्तान ने ओलंपियाड से नाम लिया वापस
आज पाकिस्तान ने जम्मू और कश्मीर से गुजरने वाले कार्यक्रम की मशाल रिले का हवाला देते हुए प्रतिष्ठित कार्यक्रम से अपना नाम वापस ले लिया. इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यह "बेहद दुर्भाग्यपूर्ण" है कि पाकिस्तान ने प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम का "राजनीतिकरण" किया है.
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