प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल करने के लिए कोई पेशकश नहीं की थी, बल्कि उन्हें केवल सलाह दी. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शनिवार को यह बात कही.
नंदुरबार जिले में शुक्रवार को एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने सुझाव दिया था कि कांग्रेस में ‘विलय करके मरने' के बजाय लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा (एसपी) क्रमशः अजीत पवार और एकनाथ शिंदे से हाथ मिला लें.
फडणवीस ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शरद पवार को राजग में शामिल होने के लिए पेशकश करने की खबर गलत है. यह कोई प्रस्ताव नहीं बल्कि एक सलाह है. बारामती में शरद पवार की हार होगी. उद्धव ठाकरे और पवार दोनों डूबती नाव पर सवार हैं. यदि आप अपनी राजनीतिक आकांक्षाएं पूरी करना चाहते हैं तो हमारे साथ रहें. यह बिल्कुल वही सलाह है जिसे मोदी ने दिया था.''
वरिष्ठ भाजपा नेता ‘पुणे यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स' द्वारा आयोजित एक अनौपचारिक चर्चा के दौरान मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे.
फडणवीस ने कहा कि उन्हें 100 प्रतिशत विश्वास है कि राजग बारामती निर्वाचन क्षेत्र में जीतेगे. पुणे जिले का बारामती शरद पवार और उनके परिवार का गढ़ रहा है.
मूल राकांपा में विभाजन के साथ इस निर्वाचन क्षेत्र में सात मई को तीसरे चरण के तहत मतदान हुआ. बारामती में शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले का मुकाबला उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (शरद पवार के भतीजे) की पत्नी सुनेत्रा पवार से है.
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