प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की ‘त्वचा के रंग' वाली कथित टिप्पणी को लेकर विपक्षी दल पर हमला बोला और कहा कि देशवासी त्वचा के रंग को लेकर अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि उन्हें अब समझ में आया कि कांग्रेस राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को इसलिए हराना चाहती थी क्योंकि उनकी 'त्वचा का रंग काला है.'
पित्रोदा की कथित टिप्पणी पर मचे विवाद के बीच मोदी ने पूछा, “क्या मेरे देश में त्वचा के रंग के आधार पर लोगों की क्षमता तय होगी?” उन्होंने पूछा, ''शहजादे को त्वचा के रंग के इस खेल की अनुमति किसने दी?''
पित्रोदा ने कथित तौर पर कहा है कि पूर्वी भारत के लोग चीनियों जैसे दिखते हैं, जबकि दक्षिण भारत के लोग अफ्रीकियों जैसे दिखते हैं. इससे विवाद खड़ा हो गया है.
उन्होंने राहुल गांधी द्वारा चुनावी रैलियों में संविधान दिखाए जाने का हवाला देते हुए पूछा कि क्या संविधान को सिर पर रखकर नाचने वाले लोग त्वचा के रंग के आधार पर देशवासियों का अपमान कर रहे हैं या नहीं? मोदी ने कहा कि देशवासी त्वचा के रंग के आधार पर अपना अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि ‘शहज़ादे' (राहुल गांधी) को जवाब देना चाहिए.
मोदी ने यह भी कहा कि उन्हें अब पता चला कि मुर्मू की इतनी अच्छी प्रतिष्ठता होने के बावजूद कांग्रेस राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें क्यों हराना चाहती थी. उन्होंने कहा, “शहज़ादे के दार्शनिक और मार्गदर्शक अंकल ने बड़ा राज़ जाहिर किया है. उन्होंने बताया कि जिनकी त्वचा का रंग काला है, वे सभी अफ्रीका के रहने वाले हैं.”
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि इसका मतलब है कि उन्होंने (पित्रोदा ने) त्वचा के रंग के आधार पर देश के कई लोगों को गाली दी. मोदी ने कहा कि त्वचा का रंग चाहे जो भी हो, देशवासी भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करते हैं जिनकी त्वचा का रंग “हम सभी की तरह था.”