"कृप्या लोकतंत्र को बचा लीजिए" - CM ममता बनर्जी ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया से की अपील

न्यायपालिका से लोगों को उत्पीड़न से बचाने की अपील करते हुए सीएम ने दावा किया कि समाज के एक निश्चित वर्ग द्वारा सभी लोकतांत्रिक शक्ति को जब्त कर लिया गया है

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बनर्जी ने कहा, "मुझे यह कहते हुए खेद है. अगर आपको लगता है कि मैं गलत हूं, तो मैं माफी मांगती हूं."
कोलकाता:

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जो अक्सर देश में लोकतांत्रिक संस्थाओं के कुचले जाने का दावा करती हैं ने आज फिर एक बार इस पर अपनी चिंता व्यक्त की. साथ ही चेतावनी दी कि अगर यह प्रवृत्ति जारी रही, तो देश राष्ट्रपति शासन की ओर अग्रसर होगा. उन्होंने भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) से लोकतंत्र और संघीय ढांचे की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया. 

दरअसल, सीजेआई यूयू ललित आज कोलकाता में राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनयूजेएस) के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे. वे यूनिवर्सिटी के चांसलर हैं. इसी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम बनर्जी ने ये बात कही. 

न्यायपालिका से लोगों को उत्पीड़न से बचाने की अपील करते हुए सीएम ने दावा किया कि समाज के एक निश्चित वर्ग द्वारा सभी लोकतांत्रिक शक्ति को जब्त कर लिया गया है. दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि रहीं बनर्जी ने सीजेआई से कहा, "लोकतंत्र कहां है? कृपया लोकतंत्र को बचाएं."

मीडिया के पक्षपाती होने पर कटाक्ष करते हुए, बंगाल के मुख्यमंत्री ने कहा, "क्या वे किसी को भी गाली दे सकते हैं? क्या वे किसी पर आरोप लगा सकते हैं? सर, हमारी प्रतिष्ठा हमारी इज्जत है. इज्जत लूट लिया, तो सब लूट लिया."

उन्होंने आगे कहा कि फैसला आने से पहले से ही बहुत सी चीजें चल रही थीं. बनर्जी ने कहा, "मुझे यह कहते हुए खेद है. अगर आपको लगता है कि मैं गलत हूं, तो मैं माफी मांगती हूं."

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