विदेश तक राम मंदिर की धमक! प्राण प्रतिष्ठा के दिन दावोस में राम भजन आयोजित करने और दीये जलाने की योजना

महिला एवं बाल विकास मंत्री ईरानी ने कहा, ‘‘हर धर्म का सम्मान करते हुए हमने लंबे समय तक प्रतीक्षा की कि भगवान घर आएंगे.’’ अन्य राज्यों के अलावा उत्तर प्रदेश ने भी डब्ल्यूईएफ वार्षिक बैठक और आगंतुकों के लिए यहां एक पवेलियन स्थापित किया है.

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प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन राम भजन आयोजित करने और दीये जलाने की योजना बना रहे हैं.

दावोस: अयोध्या स्थित राम मंदिर को लेकर विश्व आर्थिक मंच(डब्ल्यूईएफ) की वार्षिक बैठक के दौरान स्विट्जरलैंड के स्की रिसॉर्ट शहर दावोस में भी काफी गहमागहमी देखने को मिल रही है. श्रद्धालु यहां आगामी सोमवार को अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन राम भजन आयोजित करने और दीये जलाने की योजना बना रहे हैं.

इसके अलावा सरकारी और निजी क्षेत्र के कई वैश्विक कारोबारी लोग भारतीय प्रतिनिधिमंडल से इस संबंध में जानकारी हासिल कर रहे हैं. ये लोग उत्तर प्रदेश के शहर अयोध्या को एक बड़े धार्मिक और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने से सृजित कारोबारी और अवसरंचना संबंधी अवसरों के बारे में जानना चाहते हैं.

डब्ल्यूईएफ वार्षिक बैठक-2024 से इतर ‘पीटीआई-भाषा' से बातचीत में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि वह श्रद्धालुओं के एक समूह से मिली जिसने उनसे पूछा कि क्या वे भी राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह मना सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘यहां कुछ राम भक्तों ने मुझसे एक संदेश रिकॉर्ड करने के लिए कहा ताकि यहां के समुदाय को राम भजन करने और 22 जनवरी को दीये जलाने के लिए प्रेरित किया जा सके.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कई अन्य नेताओं का अयोध्या स्थित राम मंदिर में 22 जनवारी को आयोजित प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होना तय है. इस समारोह में 8000 से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है.

महिला एवं बाल विकास मंत्री ईरानी ने कहा, ‘‘हर धर्म का सम्मान करते हुए हमने लंबे समय तक प्रतीक्षा की कि भगवान घर आएंगे.'' अन्य राज्यों के अलावा उत्तर प्रदेश ने भी डब्ल्यूईएफ वार्षिक बैठक और आगंतुकों के लिए यहां एक पवेलियन स्थापित किया है.

दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की 54वीं वार्षिक बैठक 15 जनवरी से 19 जनवरी 2024 तक जारी रहेगी. ईरानी डब्ल्यूईएफ में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रही हैं. ईरानी के साथ पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी, रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के डीपीआईआईटी के सचिव आरके सिंह भी बैठक में हिस्सा ले रहे हैं.

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विश्व आर्थिक मंच के विभिन्न सत्रों में भारतीय प्रतिनिधिमंडल अन्य वैश्विक राजनीतिक और व्यापारिक लोगों की उपस्थिति में शिक्षा, जैव ईंधन, लैंगिक विषमता, नवीकरणीय ऊर्जा, सेमीकंडक्टर और विनिर्माण के विषयों पर अपने विचार रखेगा. विश्व आर्थिक मंच की बैठक में पांच दिनों में कुल 21 सत्र आयोजित किए जाएंगे. ‘इंडिया लाउंज' के साथ मिलकर विश्व आर्थिक मंच में पांच ‘स्टेट लाउंज' की स्थापना भारत की समेकित और प्रमुख भूमिका को रेखांकित करती है, जो वैश्विक स्तर पर सहयोग और चर्चा को बढ़ावा देती है.

इन पांच राज्यों में कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश शामिल हैं. भारत के कारोबारी प्रतिनिधियों की संख्या 80 से अधिक है. कुछ भारतीय कंपनियों ने दावोस में ‘लाउंज' के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है.

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