केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि 500 रुपये के नोट में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की फोटो की हरे रंग की पट्टी से निकटता से यह पता नहीं चलता है कि नोट असली है या नकली. एक सोशल मीडिया पोस्ट करते हए आधिकारिक प्रेस सूचना ब्यूरो के Fact Check handle ने इन अफवाहों को सिरे से खारिज किया है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर के सिग्नेचर की तुलना में फोटो के करीब हरी स्ट्रिप को दर्शाने वाले सभी नोट नकली हैं. हिंदी में किए गए इस ट्वीट में पीआईबी ने कहा है, 'एक मैसेज में यह दावा किया जा रहा है कि ₹500 का वह नोट नकली है जिसमें हरी पट्टी आरबीआई गवर्नर के सिग्नेचर के पास न होकर गांधीजी की तस्वीर के पास होती है.यह दावा फ़र्ज़ी है. रिजर्व बैंक के अनुसार दोनों ही तरह के नोट मान्य होते हैं.'
ट्वीट में एक डॉक्युमेंट का लिंक भी दिया गया है जो 500 रुपये के नोट के विभिन्न पहलुओं के बार में विस्तार से जानकारी देता है. यह डॉक्यूमेंट बताता है, "महात्मा गांधी (नई) सीरीज में पांच सौ रुपये के नोट रंग, आकार, थीम और डिजाइन में वर्तमान सीरीज से अलग हैं. नए नोट का आकार 66mm x 150mm है. नोटों का रंग ग्रे है और इसमें प्रमुख नई थीम भारतीय विरासत स्थल -लाल किला है. "
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