उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित ट्विन टावर को रविवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार ढहा दिया गया. सालों चले कानूनी लड़ाई के बाद आखिरकार 40 मंजिला इमारतों को कंट्रोल्ड ब्लास्ट टेक्नोलॉजी से ध्वस्त कर दिया गया. ब्लास्ट होते ही पूरी इमारत भरभरा कर गिर गई और धूल का गुबार उठा, जिसने पूरे इलाके को ढक दिया.
ध्वस्तिकरण के बाद इलाके में फैले धूल के छांटने का प्रयास किया जा रहा है. मलबे को हटाने की भी तैयारी चल रही है. वहीं, अब धीरे-धीरे लोग अपने घरों को लौटने लगे हैं. रविवार रात तक घर लौटे लोग हस बात से राहत में हैं कि उनके घर सुरक्षित हैं. ब्लूस्टोन निवासी और आरडब्ल्यूए सदस्य आरती कोप्पुला ने कहा कि सुपरटेक सोसायटी के चार टावर में अब तक गैस आपूर्ति बहाल नहीं हुई है.
उन्होंने कहा, ‘‘हम रात नौ बजे लौटे और हमारे घरों को कोई नुकसान नहीं हुआ. हमारी इमारतों के भूमिगत तल में बस दुर्गंध आ रही है, जो संभवत: विस्फोटकों के कारण है.'' कोप्पुला ने कहा, ‘‘उन्हें सूचित किया गया है कि सोमवार तक गैस की आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। बाकी सब ठीक है. कोई नुकसान नहीं हुआ है.''
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