असम विधानसभा चुनाव में बदरुद्दीन अजमल (Badruddin Ajmal) की अगुवाई वाली पार्टी AIUDF कांग्रेस गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही है. अजमल कई बार कह चुके हैं कि बीजेपी का एकमात्र निशाना वो हैं. अजमल ने मंगलवार को आऱोप लगाया कि बीजेपी नेता वोटों के ध्रुवीकरण का प्रयास करने के साथ उनके खिलाफ जहर उगल रहे हैं, क्योंकि वे जनता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं. 71वर्षीय नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और गृह मंत्री अमित शाह जैसे बीजेपी नेता उनकी ओर से शिष्टाचार के तहत भेजे गए परफ्यूम और इत्र की बात को सार्वजनिक तौर पर स्वीकार भी नहीं करना चाहते.
'मैं BJP के निशाने पर,असम में 35% वोटों को महागठबंधन के पाले में ला सकता हूं': बदरुद्दीन अजमल
अजमल एक बड़े इत्र कारोबारी हैं. अजमल ने एनडीटीवी से कहा कि बदरुद्दीन अजमल एक मुद्दा है, क्योंकि वो ध्रुवीकरण चाहते हैं, लिहाजा दाढ़ीवाला और टोपीवाले के मुख्यमंत्री बनने की बात करने के साथ बांग्लादेशियों को यहां लाने की बात कहकर दहशत फैला रहे हैं. एआईयूडीएफ प्रमुख ने कहा, बीजेपी असम में किसी भी चुनावी वादे को पूरा नहीं कर पाई. बाढ़, महंगाई के अलावा उद्योग-धंधे लगाने के वादे पर भी वो नाकाम रही. अजमल ने हालांकि इस बात से इनकार कर दिया कि ये रणनीति काम कर रही है, लेकिन इससे ये साबित होता है कि वो सरकार चला पाने में समर्थ नहीं हैं.
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असम में कांग्रेस गठबंधन के सहयोगी बदरुद्दीन अजमल ने पीएम मोदी समेत बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, वे शिष्टाचार के तौर पर उनकी ओर से भेजे गए परफ्यूम और इत्र की बात भी सार्वजनिक तौर पर स्वीकार नहीं करते.AIUDF प्रमुख ने कहा, कभी वो नाचते हैं, कभी साइकिल चलाते हैं, लेकिन जब मुद्दों की बात करो तो वो कहते हैं,
बदरुद्दीन अजमल ने दूसरी बार सत्ता में आने की कोशिश कर रही बीजेपी को उन्होंने आगाह किया कि उसकी रणनीति इस बार काम नहीं करने वाले. कांग्रेस-एआईयूडीएफ गठबंधन ने मजबूत विकल्प पेश किया है. पहले कांग्रेस और हमारा वोट विभाजित हो जाता था, इस बार ऐसा नहीं होगा. कांग्रेस प्रत्याशियों को मुस्लिम वोट मिलेगा और वे विजयी होंगे.