केरल में विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस पार्टी (Congress Party) को बड़ा झटका लगा है. वरिष्ठ नेता पीसी चाको (PC Chacko) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने के बाद NDTV से बात करते हुए चाको ने कहा,' मैंने कांग्रेस में अंदरूनी लोकतंत्र की कमी की वजह से पार्टी छोड़ी है. केरल कांग्रेस में ओमान चांडी और रमेश ग्रुप सब कुछ तय करते हैं. किसी भी राजनीतिक स्वाभिमान रखने वाले नेता के लिए केरल कांग्रेस में रहकर काम करना अब संभव नहीं है.' इसके साथ ही चाको ने साफ कहा, 'मैं कभी भारतीय जनता पार्टी (BJP) जॉइन नहीं करूंगा. बीजेपी ज्वॉइन करने का सवाल ही नहीं उठता है.
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उन्होंने कहा कि जी-23 गुट के नेताओं ने जो सवाल उठाए हैं वह बेहद महत्वपूर्ण है. चाको ने कहा, 'कांग्रेस के लिए मैंने G-23 गुट ज्वाइन नहीं किया था लेकिन जो सवाल उन्होंने उठाए हैं वह पार्टी के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि केरल कांग्रेस में गुटबाजी है उसका असर अगले चुनावों में पार्टी के परफॉर्मेंस पर पड़ेगा.
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बुधवार दोपहर को पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा करते हुए चाको ने बताया कि उन्होंने अपना त्यागपत्र पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को भेज दिया है. 74 साल के चाको को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं तथा प्रवक्ताओं में शुमार किया जाता रहा है.वह केरल के त्रिशूर लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी रह चुके हैं. उन्होंने अपनी पार्टी पर केरल में 6 अप्रैल को होने जा रहे चुनाव के लिए प्रत्याशियों के चयन में राज्य के नेताओं को नज़रअंदाज़ करने का आरोप लगाया. चाको ने कहा, "कांग्रेस में लोकतंत्र नहीं बचा.प्रत्याशियों की सूची के बारे में प्रदेश कांग्रेस कमेटी से चर्चा नहीं की गई.मैंने अपना इस्तीफा सोनिया गांधी को भेज दिया है."