अभिनय से राजनीति में आए और जनसेना पार्टी के संस्थापक पवन कल्याण ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली आंध्र प्रदेश सरकार पर गरीबों को जमीन आवंटित करने और मकान बनाने की आड़ में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया. कल्याण ने आरोप लगाया है कि अकेले भूमि अधिग्रहण में 35,141 करोड़ रुपये की अनियमितता हुई है.
जनसेना प्रमुख ने पत्र में कहा, ‘‘भूमि अधिग्रहण के नाम पर धोखाधड़ी इतनी बड़ी है कि सत्तारूढ़ दल के एक विधायक ने खुद राज्य सतर्कता और प्रवर्तन विभाग से जांच की मांग की है.''
कल्याण ने दावा किया कि भूमि का मूल्य कृत्रिम रूप से बढ़ाया गया था, लेकिन मालिकों को केवल नाम मात्र का भुगतान किया गया जबकि वाईएसआरसीपी नेताओं ने बाकी के रुपये अपनी जेब में डाल लिए. उन्होंने यह भी बताया कि अन्य अनियमितताएं भी हुई हैं.
कल्याण ने पत्र में मुद्दे को लेकर अधिक जानकारी दी और प्रधानमंत्री से केंद्रीय एजेंसियों द्वारा उचित जांच कराने और गबन की गई राशि को वसूलने और दोषियों को सजा दिलाने का अनुरोध किया.