संसद पर हुए हमले की 22वीं बरसी पर बुधवार (13 दिसंबर) को सदन में अफरा-तफरी मच गई. दो लोगों ने जहां संसद के बाहर नारेबाजी और पीला धुआं छोड़ा, वहीं दो युवक लोकसभा के अंदर विजिटर्स गैलरी से सांसदों के बीच कूद गए. युवकों ने बेंच पर कूदते-फांदते हुए कोई स्प्रे किया, जिससे सदन में पीला धुआं फैल गया. पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. दो लोग फरार हो गए हैं. गिरफ्तार लोगों में एक महिला भी शामिल है.
इस महिला की पहचान नीलम के रूप में हुई है. नीलम जींद जिले के उचाना के एक गांव की रहने वाली है. फिलहाल हिसार में रहकर आगे की पढ़ाई कर रही है. इसका संबंध नक्सलियों से भी बताया जा रहा है. हालांकि, नीलम के परिवार ने उसके किसी पॉलिटिकल पार्टी या ऑर्गनाइजेशन से जुड़े होने की बात से इनकार किया है.
नीलम के भाई रामनिवास ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें घटना के बारे में उनके एक रिश्तेदार से पता चला. रिश्तेदार ने टीवी पर न्यूज देखने के तुरंत बाद उन्हें फोन किया था. रामनिवास ने कहा, "वह हिसार में पढ़ती है. किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ी नहीं है. हमें नहीं पता कि उसने ऐसा क्यों किया. हमें उससे मिलने के बाद ही पता चलेगा. हमें घटना के बारे में हमारे एक भाई से पता चला, जिसने हमें फोन किया था."
वहीं, नीलम की मां सरस्वती ने कहा कि उन्हें घटना की पूरी जानकारी नहीं है. बेटी से मेरी आज सुबह बात हुई थी. जब एक रिपोर्टर ने पूछा कि क्या वह जानती हैं कि उसकी बेटी क्या करती है, तो सरस्वती देवी ने कहा, "उसके भाई ने मुझे बताया कि नीलम टीवी पर आई है. उसने इससे ज्यादा कुछ नहीं बताया."
लोकसभा में प्रवेश करने वाले दोनों आरोपियों की पहचान लखनऊ निवासी सागर शर्मा और कर्नाटक के मैसूरु निवासी मनोरंजन डी के रूप में की गई है. बाहर स्मोक कैन छोड़ने वाले दूसरे आरोपी की पहचान महाराष्ट्र के लातूर के अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है.
लोकसभा की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले हमलावरों में से एक के विजिटर्स पास से पता चलता है कि यह बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के ऑफिस से जारी किया गया था.
ये भी पढ़ें:-
"वो लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी की तरफ दौड़ा...", सदन में मौजूद सांसदों ने सुनाई आपबीती
कौन हैं संसद के भीतर-बाहर धुआं स्प्रे कर हंगामा करने वाले युवक-युवती