Explainer: विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का गिरना तय, समझिए लोकसभा में NDA और UPA का गुणा-गणित

लोकसभा में कई ऐसे दल हैं, जो न तो बीजेपी के साथ हैं और न ही उसके खिलाफ हैं. इनमें वाईएसआर सी पी, बीजेडी, बीएसपी और टीडीपी जैसे 10 दल शामिल हैं. इनकी संख्या 46 है. जरूरत पड़ने पर वे गैर-हाजिर रह कर सरकार को परोक्ष समर्थन दे सकते हैं.

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अविश्वास प्रस्ताव पर अगले सप्ताह चर्चा शुरू हो सकती है.

नई दिल्ली:

मणिपुर पर चर्चा (Manipur Issue) की मांग को लेकर संसद में गतिरोध जारी है. इस बीच लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) पेश किया. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने अविश्वास प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. स्पीकर ने नियमों के तहत 50 से ज्यादा सांसदों के समर्थन के बाद कहा कि विश्वास प्रस्ताव पर बहस का समय गुरुवार को सभी दलों से बातचीत के बाद तय करेंगे. चर्चा इस बात पर भी होगी कि किस दल को कितना समय दिया जाए और कितनी देर चर्चा हो. सूत्रों के मुताबिक, अविश्वास प्रस्ताव पर अगले सप्ताह चर्चा शुरू हो सकती है. प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) इसका जवाब देंगे.

संख्या की बात करें, तो 543 सदस्यों की लोकसभा में अभी पांच सीटें खाली हैं. इनमें दो सीटें राहुल गांधी और अफजाल अंसारी को अयोग्य घोषित करने से खाली हुईं. बाकी तीन सीटें सांसदों की मौत की वजह से खाली हैं. ऐसे में लोकसभा में सदस्यों की मौजूदा संख्या 538 है. बहुमत का आंकड़ा 270 है. 

लोकसभा में बीजेपी के पास कितने नंबर?
बीजेपी के पास स्पीकर को मिला कर 301 सीटें हैं, जो बहुमत के आकंडे से ज़्यादा हैं. वहीं, सहयोगी दलों के साथ एनडीए का आंकड़ा 331 पहुंच जाता है. यानी एनडीए को लोकसभा में कोई परेशानी नहीं होगी. 

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विपक्ष के पास कितने नंबर?
दूसरी ओर, यूपीए के हिसाब से देखें तो आंकड़ा 111 का बनता है. बेंगलुरु में बैठक के बाद अब यूपीए में नई पार्टियां जुड़ी हैं और इसे 'इंडिया' का नाम दिया गया है. इस तरह विपक्षी दलों का आंकड़ा बढ़ कर 143 पहुंच हो जाता है. कई ऐसे अन्य छोटे दल हैं, जो बीजेपी के साथ नहीं हैं. उन्हें मिला कर कुल संख्या 159 तक हो जाती है.

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ये दल न तो बीजेपी के साथ और न उसके खिलाफ
लोकसभा में कई ऐसे दल हैं, जो न तो बीजेपी के साथ हैं और न ही उसके खिलाफ हैं. इनमें वाईएसआर सी पी, बीजेडी, बीएसपी और टीडीपी जैसे 10 दल शामिल हैं. इनकी संख्या 46 है. जरूरत पड़ने पर वे गैर-हाजिर रह कर सरकार को परोक्ष समर्थन दे सकते हैं. 

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विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का गिरना तय
ऐसे में देखा जाए तो लोकसभा में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का गिरना तय है. कांग्रेस भी यह बात मानती है. उसका कहना है कि यह प्रस्ताव इसलिए लाया गया, ताकि पीएम मोदी को सदन में मणिपुर को लेकर बयान देने पर मजबूर किया जा सके. 

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जानें लोकसभा का गणित:-
कुल सीटें-543
खाली सीटें-5
मौजूदा संख्या-538
बहुमत का आंकड़ा- 270
एनडीए-331
बीजेपी-301
शिवसेना-13
एलजेएसपी-6
अपना दल-2
एआईएडीएमके-1
एनपीपी-1
एनडीपीपी-1
एमएनएफ-1
एजेएयू-1
एसकेएम-1
एनपीएफ-1
निर्दलीय 2

यूपीए-111
कांग्रेस-50
डीएमके-24
जेडीयू-16
एनसीपी-5
आईयूएमएल-3
जेकेएनसी-3
जेएमएम-1
केरल कांग्रेस एम-1
वीसीके-1
आरएसपी-1
शिवसेना उद्धव ठाकरे (UBT)-6
टीएमसी-23
सपा-3
लेफ्ट-5
आप-1
कुल संख्या-143

विरोध में 159
बीआरएस-9
एआईएमआईएम-1
एसएडी-1
एआईयूडीएफ-1
आरएलपी-1
एसएएस एम-1
जेडीएस-1
निर्दलीय-1

तटस्थ
वाईएसआरसीपी-22
बीजेडी-12
बीएसपी-9
टीडीपी-3
कुल-46

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