दिग्गज ब्यूरोक्रेट्स परमेश्वरन अय्यर ने नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) की जिम्मेदारी संभाल ली है. पूर्व पेयजल और स्वच्छता सचिव परमेश्वरन अय्यर मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “स्वच्छ भारत मिशन” का भी नेतृत्व कर चुके हैं. उन्होंने 30 जून को सेवानिवृत्त हुए अमिताभ कांत की जगह ली है. एक सरकारी आदेश के मुताबिक अय्यर को दो साल के लिए या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, नियुक्त किया गया है. आदेश में कहा गया है कि अय्यर की नियुक्ति उन्हीं नियमों और शर्तों पर की गई है, जो अमिताभ कांत के लिए लागू थीं.
परमेश्वरन अय्यर ने एक ट्वीट में नीति आयोग के पदाधिकारियों को धन्यवाद दिया.
अय्यर का जन्म श्रीनगर में हुआ था और उनके पिता भारतीय वायु सेना में एक अधिकारी थे. उनकी पढ़ाई सेंट स्टीफंस कॉलेज से हुई और उन्होंने जूनियर डेविस कप में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया है.
अय्यर उत्तर प्रदेश कैडर के 1981 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन का 2016 से 2020 तक नेतृत्व भी किया है.
17 वर्षों तक भारत सरकार की सेवा करने वाले अय्यर ने 2009 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी. फिर 2016 में उनकी वापसी पेयजल और स्वच्छता विभाग में बतौर सचिव हुई. वह संयुक्त राष्ट्र में वरिष्ठ ग्रामीण जल स्वच्छता विशेषज्ञ के रूप में भी काम कर चुके हैं.
उन्होंने जुलाई 2020 में पेयजल और स्वच्छता विभाग के सचिव के अपने पद से इस्तीफा दे दिया, और संयुक्त राज्य अमेरिका में विश्व बैंक के साथ काम करने लगे.
अय्यर सरकार के थिंक टैंक नीति औयोग के तीसरे सीईओ हैं.
नीति आयोग के निवर्तमान सीईओ अमिताभ कांत को दो साल के निश्चित कार्यकाल के लिए 17 फरवरी, 2016 को नीति आयोग के सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया था. कांत को बाद में 30 जून, 2019 तक का विस्तार दिया गया था. उनका कार्यकाल दो साल के लिए जून 2021 तक बढ़ा दिया गया था, और फिर इस साल 30 जून तक एक और साल का विस्तार दिया गया था.