सिविल सेवा दिवस पर PM मोदी ने की 'पंचप्रण' की बात, जानें क्या हैं ये संकल्प

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के इस अमृतकाल में उन युवा अधिकारियों की भूमिका सबसे बड़ी है जो अगले 15-25 साल इस सेवा में रहने वाले हैं.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) सिविल सेवा दिवस के मौके पर नई दिल्ली में सिविल सेवकों को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कहा कि आप सभी को सिविल सेवा दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. इस साल का सिविल सेवा दिवस बहुत अधिक महत्वपूर्ण हैं. यह ऐसा समय है जब देश ने अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे किए हैं. उन्होंने कहा कि पंचप्रण का संकल्प भारत को उस ऊंचाई पर ले जाएगा, जिसका वह हकदार है.

उन्होंने कहा कि बीते वर्ष 15 अगस्त को मैंने लाल किले से देश के सामने 'पंच प्राणों' का आह्वान किया था. इसमें "विकसित भारत के निर्माण का विराट लक्ष्य हो, गुलामी की हर सोच से मुक्ति हो, भारत की विरासत पर गर्व की भावना हो, देश की एकता और एकजुटता को निरंतर सशक्त करना हो और अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि रखना हो." इन पंच प्राणों की प्रेरणा से जो ऊर्जा निकलेगी, वो हमारे देश को वो ऊंचाई देगी, जिसका वो हमेशा से हकदार रहा है.

पीएम ने कहा कि देश को आजादी के अमृतकाल तक लाने के लिए उन अधिकरियों की बड़ी भूमिका रही, जो 15-25 साल पहले इस सेवा में आए हैं और अब आजादी के इस अमृतकाल में उन युवा अधिकारियों की भूमिका सबसे बड़ी है जो अगले 15-25 साल इस सेवा में रहने वाले हैं.

हम सभी पर स्वाधीनता सेनानियों के सपनों को पूरा करने का दायित्व : PM
पीएम मोदी ने अधिकारियों से कहा कि आपको इस कालखंड में देश की सेवा करने का मौका मिल रहा है. आजादी के अमृतकाल में देश के स्वाधीनता सेनानियों के सपनों को पूरा करने का दायित्व हम सभी पर है. हमारे पास समय कम है, लेकिन सामर्थ्य भरपूर है, हमारे लक्ष्य कठिन हैं, लेकिन हौसला कम नहीं है, हमें पहाड़ जैसी ऊंचाई भले ही चढ़नी है, लेकिन इरादे आसमान से भी ज्यादा ऊंचे हैं.

"9 सालों में भारत विश्व पटल पर एक विशिष्ट भूमिका में आया है"
उन्होंने कहा कि पिछले 9 सालों में अगर भारत के विकास को नई गति मिली है तो ये भी आपकी भागीदारी के बिना संभव नहीं था. पिछले 9 सालों में भारत आज जहां पहुंचा है, उसने हमारे देश को बहुत ऊंची छलांग के लिए तैयार कर दिया है. देश में ब्यूरोक्रेसी वही है, अधिकारी-कर्मचारी वही हैं लेकिन परिणाम बदल गए हैं. पिछले 9 सालों में भारत अगर विश्व पटल पर एक विशिष्ट भूमिका में आया है तो इसमें आपका सहयोग भी रहा है.

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बड़े परिवर्तन के दौर से गुजर रही है ग्रामीण अर्थव्यवस्था : प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत डिजिटल पेमेंट के मामले में नंबर वन है. भारत उन देशों में से एक है जहां मोबाइल डेटा सबसे सस्ता है. आज देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था बहुत बड़े परिवर्तन के दौर से गुजर रही है, 2014 के मुकाबले आज देश में 10 गुना ज्यादा तेजी से रेल लाइनों का विद्युतीकरण हो रहा है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान नवाचार के अंतर्गत राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय से केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण को लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया.

अब 15 भाषाओं में होंगी लिखित परीक्षा : केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह
इस दौरान केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि अभी कुछ ही दिन पहले SSC द्वारा की जा रही नियुक्तियों के लिए अब लिखित परीक्षा 15 भाषाओं में होंगी. जिसमें 13 क्षेत्रीय के साथ हिंदी एवं अंग्रेजी है. उन्होंने कहा कि यदि ईज ऑफ गवर्नेंस का अर्थ, 'ईज ऑफ लिविंग' है तो ऐसे नियम जो आम नागरिकों को दुविधा पैदा कर रहे थे या समय बीतने के साथ अपना औचित्य खो बैठे थे, उनको समाप्त किया गया है.

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