NIA ने सभी चश्मदीदों के बयान दर्ज करना शुरू कर दिए हैं.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पहलगाम आतंकवादी हमले की जांच अपने हाथ में ले ली है और आतंकी साजिश का पता लगाने के लिए सबूतों की तलाश तेज कर दी है और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ कर रही है. जानकारी के अनुसार NIA ने FIR री-रजिस्टर कर पहलगाम हमले की जांच तेज की है. NIA ने सीन ऑफ क्राइम की डिजिटल मैपिंग कराई है. साथ ही मौके से मिले सैंपल को फॉरेंसिक लैब में भेज दिया है. इतना ही नहीं, बैसरन घाटी में जानेवाले रास्ते के पहले जो होटल और बाजार है वहां लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज जब्त किए गए हैं.
एक्शन मोड में NIA
- NIA ने सभी चश्मदीद के बयान दर्ज करने शुरू किए.
- हमले में मारे गए टूरिस्ट के परिवार के लोगों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं.
- NIA ने बैसरन घाटी के पांच किलोमीटर के रेडियस में मौजूद लोगों की लिस्ट तैयार की है. इनमें से कई लोगों से पूछताछ चल रही है.
- बैसरन घाटी के एग्जिट और एंट्री प्वाइंट्स की बारीकी से जांच की जा रही है
- आतंकी हमले के सीक्वेंस को भी तैयार किया जा रहा है.
- NIA के IG, DIG , SP स्तर के अधिकारी कर रहे हैं जांच
जानकारी के अनुसार मौके से मिले खाली कारतूस भी NIA ने जब्त किए गए. कारतूस की फॉरेंसिक और बेलेस्टिक जांच से हमले में किस तरह के हथियारों का प्रयोग हुआ है, ये पता चल सकेगा. साथ ही बैसरन घाटी में उस वक्त कितने मोबाइल नंबर एक्टिव थे, उसका डंप डेटा लिया जा रहा है. बताया जा रहा है कि आतंकियों ने हमले के वक्त कुछ लोगों के मोबाइल फोन भी छीने थे. ऐसे में NIA जांच करेगी कि क्या उन मोबाइल नंबरों से किसी से बात की गई है.
एनआईए के एक बयान में कहा गया, ‘‘एनआईए की टीम आतंकवादियों के बारे में सुराग हासिल करने के लिए प्रवेश और निकास बिंदुओं की गहन जांच कर रही हैं. फॉरेंसिक और अन्य विशेषज्ञों की सहायता से टीम पूरे इलाके की गहन जांच कर रही हैं, ताकि उस आतंकी साजिश का पर्दाफाश किया जा सके, जिसके कारण यह भयावह हमला हुआ. इस हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया है.''
चश्मदीदों के बयान किए जा रहे हैं दर्ज
अधिकारियों ने बताया कि एनआईए अधिकारियों की अलग-अलग टीम आतंकवादी हमले में बचे लोगों से जानकारी लेने के लिए देश भर का दौरा कर रही हैं. बताया जा रहा है कि यह हमला पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) द्वारा कराया गया था. उन्होंने बताया कि एनआईए की टीम ने महाराष्ट्र, ओडिशा और पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों में पीड़ितों के परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए हैं.
बता दें पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिसके बाद देशभर में आक्रोश की लहर दौड़ गई. जनता ने पाकिस्तान के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है. इस हमले के जवाब में भारत सरकार ने कई बड़े कदम उठाए हैं. सरकार ने सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया है, जो दोनों देशों के बीच जल संसाधनों के बंटवारे का महत्वपूर्ण समझौता था. इसके अलावा, भारत ने शॉर्ट टर्म वीजा पर आए पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश दिया था. इतना ही नहीं भारत सरकार ने कड़े कदम उठाते हुए पाकिस्तान के 16 यूट्यूब चैनल बैन कर दिए हैं.
(भाषा इनपुट के साथ)