ग्राउंड जीरो पर NDTV: कीचड़ में धंसे हुए हैं जूते... बैसरन में सैलानियों का बिखरा सामान बता रहा कितना खौफनाक था मंजर

पहलगाम की बैसरन घाटी में ही आतंकियों ने गोली मारकर 26 लोगों की बड़ी बेरहमी से उनके परिवारों के सामने हत्या कर दी थी. एनडीटीवी की टीम इसी हमले वाली जगह पर पहुंची है, जानिए इस घाटी में हमले के बाद क्या हालात है.

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Baisaran Ghati: पहलगाम में आतंकियों के हमले वाली जगह पर एनडीटीवी

श्रीनगर:

कीचड़ में एक जूता धंसा है.  जान बचाकर बदहवास भागते किसी सैलानी का होगा. जगह जगह सामान बिखरा पड़ा है. रोते बिलखते अपने पिता-बेटे की बेजान लाश को छोड़कर भागते किसी पत्नी, मां या बूढ़े बाप का होगा. जहां बैठकर सैलानी मैगी खा रहे थे, वहां कुर्सियां बिखरीं पड़ी हैं. नमकीन जमीन पर बिखरी हुई है. रोजगार पर आतंक की ठोकर से भेल की ठेली गिरी पड़ी है. पूरा रास्ता कीचड़ से भरा पड़ा है. एक साथ जब लोग भागे होंगे, यह उनके बदहवास पैरों की कशमकश बयां कर रहा है.पहलगाम  की बैसरन घाटी में NDTV की टीम पहुंची है. चारों तरफ सन्नाटा है. दहशत का मंजर है.  आतंकियों की गोलियों की तड़तड़ाहट अब शांत हो चुकी है, लेकिन वह कान में गूंजती हुई सी सुनाई देती है. लोगों की चीखें अभी भी पेड़ों से टकराकर जैसी वापस लौटती सुनाई देती हैं.

पहलगाम में मिनी स्विट्जरलैंड कहे जाने वाले बैसरन के मखमली मैदान के बाहर कीचड़ में यह किसी का सामान छूटा है. आतंकियों के खौफ में टूरिस्ट किस बदहवासी से भागे होंगे, यह रास्ते में फैला सामान बयां कर रहा है. जैसे ही आप मखमली मैदान में दाखिल होते हैं, वैसे ही पता चलने लगता है कि आतंकियों ने किस कदर कत्लेआम किया होगा. छोटे-छोटे ढाबे वीरान हैं. कुर्सियां बिखरी हुई हैं, जैसे कुछ देर पहले ही यहां से कोई मनहूस तूफान गुजरा हो.    

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सैलानियों से गुलजार रहने वाली घाटी अब वीरान

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की जिस बैसरन घाटी में आतंकियों ने 26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या की, उसी हमले वाली जगह पर एनडीटीवी पहुंची है. एनडीटीवी को सैलानियों से गुलजार रहने वाली ये घाटी एकदम सूनी मिली. यहां चारों तरफ सैलानियों का सामान बिखरा हुआ है. लोगों के जूते कीचड़ में धंसे हुए मिले हैं, ये मंजर उस खौफनाक दिन की कहानी बयां कर रहा है, जब आतंकियों ने बेगुनाह लोगों पर गोलियां बरसाकर उनकी जान ले ली. यहां पहुंचने का रास्ता बिल्कुल आसान नहीं है क्योंकि ये दुर्गम जगह है. इसलिए यहां पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है.

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पहलगाम के बैसरन में चारों तरफ सन्नाटा पसरा है. आतंकियों ने क्या कुछ उजाड़ दिया है, यह चारों तरफ बिखरा सामान और सन्नाटा बता रहा है. भेल की यह ठेली उल्टी पड़ी है. आतंकियों ने बेगुनाह लोगों की जान ही नहीं ली है, कश्मीरियों के पेट पर भी लात मारी है. उनका रोजगार छीना है. 

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  • 22 अप्रैल की दोपहर बैसरन घाटी में घूमने आए सैलानियों पर आतंकियों का हमला
  • हथियारबंद आतंकियों ने बड़ी बेरहमी के साथ 26 सैलानियों की हत्या की
  • कायराना आतंकी हमले को अंजाम देने के बाद जंगल के रास्ते भाग गए आतंकी
  • आतंकियों ने लोगों को मारकर उनको फैमिली को बोला कि जाओ अपनी सरकार को बता देना
  • सैलानियों से गुलजार रहने वाली घाटी आतंकी हमले के बाद पड़ी वीरान
  • पहलगाम के आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में आक्रोश

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जब जान बचाने को भागे तो लोगों से गिरा सामान

हमले वाली घाटी में जो जूते-चप्पल और सामान बिखरा हुआ है, वो उन्हीं लोगों का है जो आतंकी हमले का शिकार हुए. जब आतंकियों ने फायरिंग की तब लोग जान बचाने के लिए भागे तो वो कीचड़ में गिर गए. इसी जगह पर कैरी बैग, पानी की बोतले भी मिली है. इस जगह पर पहुंचने के लिए सैलानियों को 2 घंटे का रास्ता तय करना पड़ता है. इसलिए लोग अपने साथ खाने का सामान और पानी की बोतलें लेकर आते हैं. जब आतंकियों ने फायरिंग की तो इधर-उधर जान बचाने के लिए भाग रहे लोगों के हाथों से सामान बिखर गया.

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दो आतंकवादियों के घरों को विस्फोट से किया नष्ट

पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए त्राल (पुलवामा) और बिजबेहरा (अनंतनाग) में दो आतंकवादियों के घरों को ध्वस्त कर दिया. रिपोर्ट के अनुसार, पुलवामा जिले के त्राल में आसिफ शेख और बिजबेहरा में आदिल ठोकर के घरों को विस्फोट करके जमींदोज कर दिया गया. इन आतंकियों पर 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन में हुए विनाशकारी हमले में शामिल होने का संदेह है.

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अनंतनाग जिले का निवासी ठोकर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए नरसंहार का मुख्य आरोपी है. वह कथित तौर पर 2018 में पाकिस्तान गया था, जहां उसने पिछले साल जम्मू-कश्मीर लौटने से पहले आतंकी प्रशिक्षण लिया था. पुलिस का मानना है कि वह पाकिस्तानी आतंकवादियों के लिए स्थानीय गाइड के तौर पर काम कर रहा था. पुलवामा के आसिफ शेख पर इस हमले में शामिल होने का संदेह है. पुलिस ने गुरुवार को ठोकर और दो अन्य आतंकवादियों के स्केच जारी किए थे, जिनके पहलगाम हमले में शामिल होने की बात कही जा रही है.

 इन तीन आतंकियों पर 20-20 लाख का इनाम

आतंकी हमले को अंजाम देने वालों पर 20-20 लाख का इनाम

पुलिस ने पहलगाम की बैसरन घाटी में पर्यटकों पर हमला करने वाले तीन आतंकवादियों के पोस्टर (स्केच) जारी किए थे. साथ ही सूचना देने वालों के लिए हर आतंकवादी पर 20-20 लाख रुपए के इनाम की घोषणा की. अनंतनाग पुलिस ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में तीन आतंकवादियों के पोस्टर जारी करते हुए कहा है कि आदिल हुसैन ठोकर, हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान और अली भाई उर्फ तल्हा भाई के बारे में जानकारी देने वाले को 20-20 लाख रुपए का इनाम मिलेगा. तीनों को लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का आतंकवादी बताया गया है और सभी तीनों पर 20-20 लाख रुपये का अलग-अलग इनाम रखा गया है. पुलिस ने आतंकवादियों के बारे में सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखने का आश्वासन भी दिया है.