UP: खिलाड़ियों को टॉयलेट में लंच देने पर विपक्षी नेताओं ने उठाए सवाल, कहा- यह शर्मनाक

सहारनपुर में खिलाड़ियों का खाना टॉयलेट में रखवाने का मामला सामने आया था. अब इस मामले को लेकर विपक्षी नेताओं ने बीजेपी सरकार को घेरा है.

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उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में कबड्‌डी प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों का खाना टॉयलेट में बनवाने व रखवाने का वीडियो सामने आया था. इस मामले में जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दिए थे. लेकिन अब खाना टॉयलेट में बनवाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. कांग्रेस सहित विपक्षी पाटियों के नेताओं ने बीजेपी को घेरा है. कांग्रेस पार्टी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'यूपी की कबड्डी खेलने वाली बेटियों को टॉयलेट में खाना परोसा गया. झूठे प्रचार पर करोड़ों खर्च करने वाली BJP सरकार के पास हमारे खिलाड़ियों के लिए अच्छी व्यवस्था करने के पैसे नहीं हैं. धिक्कार है!'

राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत सिंह और तेलंगाना राज्य अक्षय ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष वाई. सतीश रेड्डी ने इस मामले को लेकर बीजेपी को घेरा है.रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह मे ट्वीट कर लिखा, ' खिलाड़ियों का घोर अपमान है ये! लगता है सत्ता भोगने वालों को सिर्फ़ अपनी सुविधा दिखती है, बाक़ी सब आत्मनिर्भर बनें!' वहीं, तेलंगाना राज्य अक्षय ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष वाई. सतीश रेड्डी ने भी सोशल मीडिया के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्वीट के जरिए बीजेपी पर हमला बोलते हुए लिखा, 'उत्तर प्रदेश में कबड्डी खिलाड़ियों को शौचालय में रखा खाना परोसा गया। क्या इसी तरह BJP खिलाड़ियों का सम्मान करती है? यह शर्मनाक है!'
 

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बता दें कि डॉ भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में 16 सितंबर को कई जिलों से बालिका खिलाड़ी आई थीं. उनको दोपहर के लंच में अधपका चावल परोसा गया. कई खिलाड़ियों को रोटी भी नसीब नहीं हुई. इतना ही नहीं, चावल और पूरियां तैयार करके उन्हें शौचालय में रखवाया गया. वहां दुर्गंध के कारण खड़ा होना भी मुश्किल हो रहा था.

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स्टेडियम में भोजन स्वीमिंग पूल परिसर में तैयार किया गया. वहां कच्चा राशन चेंजिंग रूम और शौचालयों में रखा गया था. वहीं, पर बाहर ईंटों का चूल्हा बनाकर भोजन तैयार किया गया. भोजन तैयार करने के बाद शौचालय में रखा गया. चावल की बड़ी परात और पूरियां कागज पर शौचालय के फर्श पर रखी थीं.

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इस प्रतियोगिता में राज्य के 300 से अधिक खिलाड़ी और करीब दो दर्जन अधिकारी-कर्मचारी पहुंचे थे. उनके लिए भोजन तैयार करने को मात्र दो कारीगर लगाए गए. यही वजह रही कि ज्यादातर खिलाड़ियों के हिस्से में रोटी नहीं आ सकी. मामले में खेल अधिकारी अनिमेष सक्सेना का कहना है कि स्टेडियम में निर्माण कार्य चल रहा है. इस कारण यहां पर जगह नहीं थी. खुले में खाना बन रहा था. बारिश आने के कारण खाना टॉयलेट में रखा गया था. चावल भी खराब गुणवत्ता के आ गए थे. जिसको वापस कराया गया था.