आत्मनिर्भर भारत को मिलेगी डबल स्ट्राइक ताकत, 26 अगस्त को नौसेना को मिलेंगे दो स्वदेशी फ्रिगेट

2025 के अंत तक इस क्लास के तीन वॉरशिप नौसेना में होंगे. पहला INS नीलगिरी इसी साल जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमीशन किया था. प्रोजेक्ट 17A के तहत अब देश मे ही फ्रीगेट बन रहे हैं. 17A के तहत 7 नीलगिरी क्लास फ्रीगेट तैयार हो रहे हैं. इनमें से 5 जहाज MDL और GRSE द्वारा लॉन्च हो चुके हैं और समुद्री परीक्षण पर हैं.

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  • भारतीय नौसेना को 26 अगस्त को विशाखापत्तनम में दो स्वदेशी गाइडेड मिसाइल स्टेल्थ फ्रिगेट सौंपे जाएंगे.
  • प्रोजेक्ट 17A के तहत देश में 7 नीलगिरी क्लास फ्रिगेट बनाए जा रहे हैं, जिनमें से 5 जहाज परीक्षण में हैं.
  • उदयगिरी नेवल डिज़ाइन ब्यूरो का 100वां डिज़ाइन शिप है, जो आधुनिक हथियार प्रणालियों से लैस है.
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नई दिल्ली:

आत्मनिर्भर भारत की मुहिम के तहत भारतीय नौसेना लगातार नई ऊंचाइयां छू रही है. 26 अगस्त को नौसेना को दो स्वदेशी फ्रिगेट मिलेंगे, जिससे नौसेना की ताकत में बढ़ोतरी होगी. 1 जुलाई को नीलगिरी क्लास स्टेल्थ फ्रीगेट उदयगिरी और 31 जुलाई को प्रोजेक्ट-17A के तहत निर्मित एडवांस स्टेल्थ फ्रीगेट हिमगिरी नौसेना को सौंपे गए थे. अब इन दोनों फ्रिगेट की कमीशनिंग की तारीख भी तय हो गई है. 26 अगस्त को विशाखापत्तनम में एक ही दिन दोनों गाइडेड मिसाइल स्टेल्थ फ्रीगेट आधिकारिक रूप से भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल होंगे.

2025 के अंत तक इस क्लास के तीन वॉरशिप नौसेना में होंगे. पहला INS नीलगिरी इसी साल जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमीशन किया था. प्रोजेक्ट 17A के तहत अब देश मे ही फ्रीगेट बन रहे हैं. 17A के तहत 7 नीलगिरी क्लास फ्रीगेट तैयार हो रहे हैं. इनमें से 5 जहाज MDL और GRSE द्वारा लॉन्च हो चुके हैं और समुद्री परीक्षण पर हैं.

उदयगिरी नेवल डिज़ाइन ब्यूरो का 100वां डिजाइन शिप है. हिमगिरी और उदयगिरी के शामिल होने के बाद 2025 में अब तक 7 स्वदेशी वॉरशिप नौसेना में जुड़ जाएंगे. ये सब स्टील्थ फ्रिगेट एंटी-सर्फेस व एंटी-शिप वॉरफेयर: ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल से लैस है. एंटी-एयर वॉरफेयर: एयर डिफेंस गन और बराक-8 लॉन्ग रेंज SAM इसमें तैनात है. एंटी-सबमरीन वॉरफेयर: वरुणास्त्र टॉरपीडो और रॉकेट लॉन्चर भी हैं. इसमें उन्नत सोनार, कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम और मल्टी-फंक्शन डिजिटल रडार है जो लंबी दूरी से हमले का पता लगाकर इंटरसेप्ट कर सकते हैं. 

दो हेलिकॉप्टर ऑपरेशन की क्षमता और हैंगर सुविधा हैं. खास बात ये भी है कि इन फ्रीगेट का 75% से ज़्यादा हिस्सा, उपकरण, डिज़ाइन और स्टील पूरी तरह स्वदेशी है. नेवी वॉरशिप डिज़ाइन ब्यूरो द्वारा डिज़ाइन किया गया 6,700 टन वजनी यह जहाज़ 30 नॉट (लगभग 55 किमी/घंटा) की रफ्तार से दौड़ सकता है. यह शिवालिक क्लास से करीब 5% बड़ा है. जाहिर सी बात है स्वदेशी वॉरशिप के जरिये भारत को ब्लू वाटर का सिकंदर बनने से अब कोई रोक नही सकता हैं.
 

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