नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने सीबीआई, ईडी और एनआईए जैसी केंद्रीय एजेंसियों की भूमिका पर कांग्रेस के ‘दोमुंहेपन' पर सवाल उठाया. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई की छापेमारी के बाद कांग्रेस ने उनसे त्यागपत्र देने की मांग की है. अब्दुल्ला का बयान इसी संदर्भ में आया है .
उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया कि यह कैसे काम करता है. सीबीआई/ईडी/एनआईए आदि जब कांग्रेस नेताओं के पीछे लगती है, तो इन संगठनों को भाजपा का एजेंट करार दिया जाता है और जब आम आदमी पार्टी के नेताओं को निशाना बनाया जाता है तो अचानक इन संगठनों की विश्वसनीयता बहाल हो जाती है. एक ही समय में एजेंसी विश्वसनीय और अविश्वसनीय कैसे हो सकती है.''
कांग्रेस ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई छापे को लेकर इस्तीफे की मांग की थी और कहा था कि मुद्दा शराब नीति है और सत्तारूढ़ AAP को शिक्षा नीति के "पीछे छिपना" बंद करना चाहिए. दिल्ली कांग्रेस प्रमुख ने मनीष सिसोदिया के आवास पर छापेमारी का स्वागत किया था. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि आज सीबीआई ने आम आदमी पार्टी के भ्रष्ट मंत्री मनीष सिसोदिया के घर छापा मारा था. कांग्रेस पिछले कुछ समय से जांच की मांग कर रही थी. अनिल चौधरी ने कहा कि हमने दिल्ली सरकार की आबकारी नीति का विरोध किया था. दिल्ली सरकार ने शराब माफियाओं को सुरक्षा दी. इस लूट पर दिल्ली बीजेपी के विधायक और सांसद भी खामोश हैं. उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि देर से ही सही सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है. दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने दिल्ली सरकार में आप विधायकों का हवाला देते हुए कहा कि सीबीआई की ये कार्रवाई साबित करती है कि ये 71 ईमानदार नहीं, बल्कि 71 भ्रष्ट हैं. आप के 34 विधायकों पर गंभीर आरोप हैं. उन्होंने कहा कि आज जो कार्रवाई की गई है, मुझे विश्वास है कि भ्रष्टाचार में लिप्त सभी लोग जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे.