ओडिशा में हनुमान जयंती जुलूस के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए BJP ने किया समिति का गठन

बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने जांच समिति का गठन किया है. जांच दल घटनास्थल का दौरा करेगा और अपनी रिपोर्ट नड्डा को सौंपेगा.

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पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने चार सदस्यीय जांच समिति का गठन किया.
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  • ये चार सदस्यीय जांच समिति होगी
  • जांच समिति घटनास्थल का दौरा करेगी
  • दौरे के बाद अपनी रिपोर्ट नड्डा को सौंपेगी
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नई दिल्ली:

ओडिशा के संबलपुर में हनुमान जयंती जुलूस के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक जांच समिति का गठन किया है. जानकारी के अनुसार बीजेपी अध्यक्ष जे. प. नड्डा ने जांच समिति का गठन किया है. ये चार सदस्यीय जांच समिति होगी. उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद ब्रजलाल, झारखंड से राज्यसभा सांसद समीर ओरांव और आदित्य साहू तथा पश्चिम बंगाल के पुरूलिया से सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो को इसका सदस्य बनाया गया है. जांच दल घटना स्थल का दौरा करेगा और अपनी रिपोर्ट नड्डा को सौंपेगा.

केंद्रीय गृह मंत्री को लिखा था पत्र

हाल ही में बीजेपी की ओडिशा इकाई ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) को पत्र लिखकर हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान संबलपुर में हुई हिंसा (Violence) की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) से कराने की मांग भी की थी. ओडिशा बीजेपी ने पत्र में कहा था, “हम सांप्रदायिक हिंसा की कड़ी निंदा करते हैं और घटना के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए एनआईए द्वारा निष्पक्ष जांच और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं.”   ये पत्र  बीजेपी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष मनमोहन सामल और कई सांसदों एवं विधायकों द्वारा लिखा गया था.

बीजेपी नेताओं ने यह भी आरोप लगाया था कि 14 अप्रैल को हनुमान जयंती से दो दिन पहले एक मोटरसाइकिल रैली पर ‘सुनियोजित तरीके से किए गए हिंसक हमले के कारण' हुई झड़पों के बाद संबलपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति ‘बिगड़' गई थी.

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पत्र में लिखा था, “पुलिस द्वारा दर्ज एक प्राथमिकी के अनुसार, एक विशेष समुदाय के लगभग 200 लोगों ने 12 अप्रैल को तलवारों, लोहे की छड़ों और डंडों से मोटरसाइकिल रैली पर हमला किया. पुलिस ने स्वीकार किया है कि सांप्रदायिक दंगा पूर्व नियोजित था. हमलावरों ने सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के लिए कुछ आपत्तिजनक और देश विरोधी नारे भी लगाए.

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