ओडिशा में 50 वर्ष की एक बीमार महिला को तबियत बिगड़ने पर उसके बेटे के साथ कथित तौर पर भुवनेश्वर से बरहमपुर के रास्ते में एक निजी बस से नीचे उतरने के लिए मजबूर किया, जिसके कारण महिला की सड़क पर ही मौत हो गई. महिला के रिश्तेदारों ने शुक्रवार को कहा कि पुलिस के आने और उसे अस्पताल ले जाने तक बेटे को राजमार्ग पर किसी से मदद नहीं मिली. उन्होंने बताया कि महिला को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया. उन्होंने बताया कि महिला के पास एंबुलेंस किराए पर लेने के लिए भी पैसे नहीं थे.
रिश्तेदारों के अनुसार घटना बृहस्पतिवार दोपहर की है जब पदमाटोला गांव की रूनु स्वैन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भुवनेश्वर में इलाज कराकर घर लौट रही थीं. उनके साथ उनका बेटा सुजीत भी था.
रिश्तेदारों के अनुसार, रास्ते में उनकी हालत अचानक बिगड़ गई और सुजीत ने बस चालक और कंडक्टर से उसकी मां को छत्रपुर या बरहमपुर के किसी अस्पताल ले जाने की गुहार लगाई. उनके अनुसार हालांकि, बस के कर्मचारियों ने कथित तौर पर उन्हें गंजाम शहर से लगभग चार किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग 16 पर वाहन से उतरने के लिए मजबूर किया.
गंजाम थाने के प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार बेहरा ने कहा, ‘‘घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय लोगों के साथ हमारे कर्मचारी मौके पर पहुंचे.''
उन्होंने बताया कि पुलिस ने एक एंबुलेंस की व्यवस्था की जो उसे अस्पताल और फिर उसके गांव ले गई.
सुजीत ने अफसोस जताया कि अगर उसकी मां को तुरंत इलाज मिल जाता तो उसकी उनकी जान बच सकती थी.
बेहरा ने कहा कि इस संबंध में पुलिस को कोई शिकायत नहीं मिली है.
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