ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री की इलाज के दौरान मौत, पुलिसकर्मी ने सीने में मारी थी गोली

घायल अवस्था में उन्हें एयरलिफ्ट कर भुवनेश्वर ले जाया गया था. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अस्पताल जाकर नब किशोर दास का हाल जाना था.

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नई दिल्ली:

ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास की इलाज के दौरान मौत हो गई. मंत्री को रविवार को एक पुलिसकर्मी ने गोली मार दी थी. जब उन्हें गोली मारी गई तब नब दास ब्रजराजनगर के गांधी चौक पर एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे. घायल अवस्था में उन्हें एयरलिफ्ट कर भुवनेश्वर ले जाया गया था. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अस्पताल जाकर स्वयं नब किशोर दास का हाल जाना था. अपोलो अस्पताल की तरफ से एक बयान जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि स्वास्थ्य मंत्री को बाएं सीने में गोली लगने के कारण अपोलो में भर्ती कराया गया था.

डॉ. देबाशीष नायक के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम ने तुरंत उनका इलाज किया और उनका ऑपरेशन किया. ऑपरेशन करने पर पाया गया कि एक गोली उनके शरीर में घुसी थी. जिससे दिल और बाएं फेफड़े में चोट लगी और बड़े पैमाने पर आंतरिक रक्तस्राव हुई थी.

स्वास्थ्य मंत्री के निधन पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शोक जताया है. मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि सीएम ने मंत्री नब दास के दुर्भाग्यपूर्ण निधन पर गहरा सदमा और दुख व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि उनके निधन से स्तब्ध और व्यथित हूं. सीएम नवीन पटनायक ने कहा कि वो सरकार और पार्टी दोनों के लिए एक संपत्ति थे. उन्होंने लोगों के लाभ के लिए स्वास्थ्य विभाग में कई पहल की थी.

बताते चलें कि नब किशोर दास ने ओडिशा की झारसुगुड़ा सीट से 2004 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए. इसके बाद 2009 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीते. 2014 में भी कांग्रेस से जीते. साल 2019 का चुनाव वे बीजू जनता दल से लड़कर लगातार तीसरी बार इसी सीट से विधायक चुने गए. 

नब किशोर ओडिशा सरकार के सबसे अमीर मंत्रियों में से एक थे. उनके पास संबलपुर, भुवनेश्वर और झारसुगुड़ा के कई बैंकों में 45.12 लाख रुपए से अधिक रकम जमा है. नब किशोर दास हाल ही में भारी-भरकम दान कर सुर्खियों में आए थे. उन्होंने महाराष्ट्र के एक मंदिर में एक करोड़ रुपये से अधिक का सोने का कलश दान किया था. दास ने महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर को 1.7 किलोग्राम सोने और 5 किलोग्राम चांदी से बने कलश दान किए थे.

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