ओडिशा में रविवार को नई मंत्रिपरिषद ने शपथ ली. इससे एक दिन पहले सभी 20 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था. भुवनेश्वर के लोकसेवा भवन के नए कन्वेंशन सेंटर में जारी एक समारोह में राज्यपाल गणेशी लाल ने 13 विधायकों को मंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. मंत्रिपद की शपथ लेने वालों में बीजद के विधायक जगन्नाथ सारका, निरंजन पुजारी और आर. पी. स्वैन भी शामिल हैं. महिला विधायकों- प्रमिला मल्लिक, उषा देवी और तुकुनि साहू को मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है. बीजू जनता दल (बीजद) के सूत्रों ने बताया कि आदिवासी नेता सारका को सबसे पहले शपथ दिलाई गई क्योंकि उनका नाम भगवान जगन्नाथ के नाम पर है.
ओडिशा विधानसभा के अध्यक्ष एस. एन. पात्रो ने इस्तीफा दिया
ओडिशा विधानसभा के अध्यक्ष एस. एन. पात्रो ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. पात्रो ने शनिवार को सदन के उपाध्यक्ष आर. के. सिंह को अपना इस्तीफा सौंप दिया. पात्रो के बेटे विप्लव ने कहा, ‘‘मेरे पिता गुर्दे की गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं और उनकी बायीं आंख में संक्रमण है. उनका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है.''
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विप्लव ने यह भी कहा कि पात्रो ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है और उनकी सर्जरी होनी है, इसलिए उन्होंने सरकार के किसी दायित्व को लेने से इनकार कर दिया है. सत्तारूढ़ बीजू जनता दल के सूत्रों ने बताया कि मंत्री के तौर पर इस्तीफा देने वाले बी. के. अरुखा विधानसभा के अगले अध्यक्ष हो सकते हैं. ओडिशा के राजनीतिक इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब सभी मंत्रियों को त्यागपत्र देने का निर्देश दिया गया.
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