क्या है यह रजिस्टर, जिस पर साइन करना हर नेता का एक सपना होता है?

जेडीएस सांसद एच.डी. कुमारस्वामी संसद में शपथ लेने के बाद साइन करना भूल गए. इसी वाकये के दौरान सभी का ध्यान उस रजिस्टर पर गया और आम लोग सोचने लगे कि ये कैसा रजिस्टर होता है?

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नई दिल्ली:

18वीं लोकसभा के पहले सत्र की पहली बैठक सोमवार से शुरू हुई. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उनकी मंत्रिपरिषद के सदस्यों के साथ ही अन्य नवनिर्वाचित संसद सदस्यों ने शपथ ली. कार्यवाहक अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) भर्तृहरि महताब ने सदन की कार्यवाही शुरू कराई और सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ के बाद सभी सदस्य एक रजिस्टर पर अपना हस्ताक्षर करते हैं. क्या आपको पता है कि जिस पर साइन करना नेताओं का सपना होता है, वो रजिस्टर आखिर क्या है?

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दरअसल जेडीएस सांसद और केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी संसद में शपथ लेने के बाद साइन करना भूल गए. फिर वहां मौजूद लोकसभा के अधिकारी ने उन्हें आवाज लगाई और बुलाकर ये प्रक्रिया पूरी करवाई. इसी वाकये के दौरान सभी का ध्यान उस रजिस्टर पर गया और आम लोग सोचने लगे कि ये कैसा रजिस्टर होता है?

लोकसभा सदस्यों के शपथ ग्रहण के दौरान रजिस्टर ने सबका ध्यान खींचा, ये वो संवैधानिक परिपत्र (सर्कुलर) होता है, जिस पर सभी सांसद शपथ लेने के बाद हस्ताक्षर करते हैं. बताया जाता है कि यह लोकतांत्रिक व्यवस्था का संवैधानिक दस्तावेज होता है, जो हमेशा सुरक्षित रहता है.

रजिस्टर में क्या लिखा होता है :

  • लोकसभा के लिए चुनकर आए सदस्य का नाम
  • लोकसभा क्षेत्र का नाम, जहां से सांसद चुनकर आए हैं
  • हस्ताक्षर- तीसरे कॉलम में शपथ लेने वाले सांसदों को साइन करना पड़ता है.

आज लोकसभा के नवनिर्वाचित कई सदस्यों ने जब शपथ ली, इस दौरान भारत की भाषायी विविधता की झलक देखने को मिली. अधिकतर सदस्यों ने हिंदी में शपथ ली तो कई सदस्यों ने संस्कृत, असमिया, मैथिली, तेलुगू तथा पंजाबी एवं अन्य भारतीय भाषाओं में सत्य और निष्ठा का प्रतिज्ञान किया.

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18वीं लोकसभा में सबसे पहले पीएम मोदी ने शपथ ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के पहले दिन सबसे पहले सदन के सदस्य के तौर पर शपथ ली और उन्होंने हिंदी में शपथ ली. उनके शपथ लेने के बाद सत्तापक्ष से कई सदस्यों ने ‘जय श्रीराम' के नारे भी लगाए. हिंदी में शपथ लेने वालों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर शामिल थे.

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ओडिशा के संबलपुर से सांसद और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उड़िया भाषा में शपथ ली. जब वो शपथ लेने के लिए उठे तो विपक्षी सदस्यों ने ‘नीट-नीट' के नारे लगाए. नागर विमानन मंत्री तथा तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्य राममोहन नायडू और भाजपा सांसद एवं कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने तेलुगू भाषा में, जनता दल सेक्यूलर नेता और केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी और उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कन्नड में, जुएल ओरांव ने उड़िया में, सी आर पाटिल ने गुजराती में और सर्वानंद सोनोवाल ने असमिया भाषा में शपथ ग्रहण की.

महाराष्ट्र से लोकसभा के सदस्य निर्वाचित हुए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव एवं राज्य मंत्रियों रक्षा खडसे तथा मुरलीधर मोहोल ने मराठी भाषा में शपथ ली. कर्नाटक से निचले सदन की सदस्य निर्वाचित हुईं शोभा करंदलाजे और वी सोमन्ना ने कन्नड़ में शपथ ग्रहण की. राज्य मंत्रियों चंद्रशेखर पेम्मासानी, बंडी संजय कुमार और भूपति राजू ने तेलुगू में शपथ ली. शांतनु ठाकुर और सुकांतो मजूमदार ने बांग्ला में तथा सुरेश गोपी ने मलयालम में शपथ ली.

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किसी भी मंत्री ने अंग्रेजी में शपथ नहीं ली
गोवा से भाजपा के सदस्य तथा विद्युत राज्य मंत्री श्रीपाद येसो नाइक और मध्य प्रदेश के बैतूल से सदस्य निर्वाचित हुए केंद्रीय आदिवासी कार्य राज्य मंत्री दुर्गादास उइके ने संस्कृत भाषा में शपथ ली. अन्य सभी मंत्रियों ने हिंदी भाषा में शपथ ली और किसी भी मंत्री ने अंग्रेजी में शपथ ग्रहण नहीं की.

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असम के धुबरी से कांग्रेस के रकीबुल हुसैन ने हाथ में संविधान की प्रति लेकर असमिया भाषा में शपथ ली. असम के दरांग उदालगुड़ी से भाजपा सदस्य दिलीप सैकिया ने संस्कृत में शपथ ली, वहीं राज्य के दिफू से भाजपा सदस्य अमर सिंह टिसो ने अंग्रेजी में शपथ ली.

बिहार के शिवहर से जनता दल (यूनाइटेड) की सांसद लवली आनंद, मधुबनी से भाजपा सांसद अशोक कुमार यादव, झंझारपुर से जदयू के रामप्रीत मंडल और दरभंगा से भाजपा सदस्य गोपालजी ठाकुर ने मैथिली भाषा में शपथ ली.

बांसुरी स्वराज ने संस्कृत भाषा में शपथ ली
पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज की पुत्री और नई दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा की सदस्य बांसुरी स्वराज ने संस्कृत भाषा में शपथ ली. तेलुगू देशम पार्टी के कृष्णा प्रसाद टेन्नेटी और भाजपा के चिंतामणि महाराज ने भी संस्कृत में शपथ ली. चंडीगढ़ से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने पंजाबी भाषा में शपथ ली. वहीं आंध्र प्रदेश के अराकू संसदीय क्षेत्र से वाईएसआरसीपी की सदस्य गुम्मा तनुजा रानी ने हिंदी में शपथ ली.