केंद्र सरकार किसानों से वार्ता के लिए संपर्क साध रही है और उनसे बातचीत के लिए पांच किसान नेताओं का एक पैनल भी संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukta Kisan Morcha) ने बना दी है. गृह मंत्री अमित शाह ने स्वयं किसान नेताओं को फोन कर लंबित मुद्दो पर बातचीत का न्योता दिया था. वहीं कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) का कहना है कि अब कोई मुद्दा नहीं बचा है और किसानों को अब घर लौट जाना चाहिए. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार ने तीनों कृषि सुधार बिल (Farm Laws) वापस ले लिए हैं.
सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) सहित अन्य मुद्दों पर विचार के लिए कमेटी बनाने की घोषणा कर दी है. लिहाजा किसानों को अब अपना आंदोलन खत्म करके घर लौट जाना चाहिए. किसानों को खेती बाड़ी के अपने सामान्य कामकाज करने में जुट जाना चाहिए. तोमर ने कहा, ‘जो कृषि सुधार बिल सरकार लेकर आई थी, उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वापस ले लिया है.
इसके साथ एमएसपी, फसल विविधता और जीरो बजट खेती जैसे कई मुद्दों पर विचार करने के लिए समिति बनाने की घोषणा हो गई है.' उन्होंने कहा, ‘अब इसके बाद कोई मुद्दा बचा नहीं है, इसलिए किसानों से अनुरोध है कि वे आंदोलन समाप्त करें और अपने घरों को लौटकर कामकाज में जुट जाएं.'