बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत के राजनीति में आने को लेकर प्रदेश में चर्चाओं का बाजार गर्म है. इस बीच, निशांत ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत की. राजद नेता तेज प्रताप यादव ने निशांत से राजद में शामिल होने की अपील की थी. इस पर उन्होंने कहा कि आइए जनता के बीच में चलते हैं, वही बताएगी कि क्या करना है. इस बयान को निशांत के चुनावी राजनीति में आने का संकेत माना जा रहा है. उन्होंने लोगों से आगामी विधानसभा चुनाव में जदयू को और अधिक सीटों पर जिताने की अपील की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से नीतीश कुमार को 'लाडला' मुख्यमंत्री बताए जाने उन्होंने कहा कि गठबंधन में हैं तो बोलेंगे ही. अच्छा है. इसके साथ ही उन्होंने एनडीए से नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की अपील की.
निशांत कुमार ने मीडिया के जरिए बिहार के युवाओं और हर तबके के लोगों से अपील की कि वो वोट करें, पिताजी ने विकास किया है. पिछली बार आप लोगों ने 43 सीट दी थीं, तब भी उन्होंने विकास का काम जारी रखा. इस बार थोड़ा सीट बढ़ाएं ताकि आगे भी पिताजी विकास जारी रखें.
राजनीति में आने पर क्या बोले नीतीश के बेटे निशांत
राजनीति में आने को लेकर चल रहीं चर्चाओं को लेकर पूछे गए सवाल का हालांकि उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. उन्होंने जदयू कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा, " जाइए और पिताजी ने जो विकास का काम किया है, उसे जन-जन तक पहुंचाइए. जनता को मालूम होना चाहिए, उसमें कमी नहीं होनी चाहिए."
राजद नेता और बिहार के पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव के राजद में आने के ऑफर पर निशांत ने कहा कि जो भी कहें, जनता के दरबार में चलते हैं, जनता ही बताएगी कि क्या करना है. उल्लेखनीय है कि निशांत के राजनीति में आने को लेकर पिछले कई महीनों से चर्चा चल रही है. जदयू कार्यकर्ताओं ने पटना में पार्टी कार्यालय के सामने इसे लेकर पोस्टर भी लगाया था. हालांकि, इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और निशांत ने अब तक मुंह नहीं खोला है. इस कारण यह सवाल अब भी बना हुआ है कि क्या चुनाव के पहले निशांत राजनीति में आएंगे.
निशांत को तेज प्रताप यादव का ऑफर
दरअसल राजद नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने निशांत को लेकर सोमवार को एक टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि निशांत युवा हैं, उन्हें राजनीति में आना चाहिए और राष्ट्रीय जनता दल में शामिल होना चाहिए.
आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि निशांत को भी बीजेपी के दोहरे चरित्र का एहसास है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने एकनाथ शिंदे के साथ जैसा महाराष्ट्र में किया, वैसा ही वह नीतीश कुमार के साथ बिहार में कर सकती है, इसका अनुमान लगाया जा रहा है. इसकी चिंता निशांत कुमार को भी सता रही है. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी जी बिहार आए, लेकिन यह नहीं बताया कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे या नहीं. उन्होंने कहा कि बिहार की एनडीए सरकार के खिलाफ जनता में आक्रोश है, यह बात भी निशांत कुमार को समझ लेनी चाहिए.
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