बिहार में एनडीए गठबंधन में हुए टूट को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को एनडीटीवी के साथ बात करते हुए कहा कि अमित शाह ने दो दिन पहले नीतीश कुमार को फोन किया था. लेकिन उस दौरान नीतीश कुमार ने कहा था कि चिंता की कोई बात नहीं है. बीजेपी नेता ने कहा कि पीएम मोदी ने पिछले 1.5 वर्षों में कई बार नीतीश से बात की, लेकिन उन्होंने कभी शिकायत नहीं की.
इससे पहले सुशील मोदी ने दावा किया था कि जेडीयू के कई नेता बीजेपी के पास आए थे. उन्होंने कहा कि आप नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बना दीजिए और आप बिहार में शासन कीजिए. लेकिन बीजेपी ने ऐसा नहीं किया, क्योंकि बीजेपी के पास अपना उम्मीदवार है. इसके चलते नीतीश कुमार ने बीजेपी को धोखा दिया है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने नीतीश को पांच बार सीएम बनाया, नीतीश और बीजेपी का 17 साल का साथ था, जिसको नीतीश ने तोड़ दिया. 2020 में नीतीश को नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मिला था, नीतीश कुमार के नाम पर नहीं. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव जमानत पर बाहर हैं. नीतीश का ये कदम 30% अति पिछड़ों का अपमान है. सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव को नीतीश कुमार कभी भी धोखा दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव चार्जशीटेड हैं.