गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ एनआईए एक्शन में, पंजाब में इन 9 जगहों पर छापेमारी

एनआईए ने आतंकवादी और उसके सहयोगियों के बारे में जानकारी साझा करने या गिरोह से प्राप्त किसी भी धमकी भरे कॉल का खुलासा करने के लिए जनता के लिए टेलीफोन नंबर भी जारी किए हैं.

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गोल्डी बराड़ गिरोह के खिलाफ एक्शन में एनआईए
नई दिल्ली:

एनआईए ने कनाडा से काम कर रहे आतंकवादी गोल्डी बराड़ के सहयोगियों के पंजाब स्थित 9 ठिकानों की बृहस्पतिवार को तलाशी ली. ''रंगदारी और गोलीबारी मामले'' से जुड़ी जांच के तहत यह कार्रवाई की गई. एनआईए ने कहा कि ये छापे विदेश में रहने वाले नामित आतंकवादी गोल्डी बरार और उसके सहयोगियों से जुड़े लोगों के परिसरों पर मारे गए. एनआईए द्वारा तलाशी लिए गए स्थानों में पंजाब के मोहाली, पटियाला, होशियारपुर और फतेहगढ़ साहिब शामिल हैं.

गिरोह की जानकारी जुटाने के लिए हेल्पलाइन जारी

एनआईए ने आतंकवादी और उसके सहयोगियों के बारे में जानकारी साझा करने या गिरोह से प्राप्त किसी भी धमकी भरे कॉल का खुलासा करने के लिए जनता के लिए टेलीफोन नंबर भी जारी किए हैं. एनआईए द्वारा जारी एक घोषणा में कहा गया है, "सूचना लैंडलाइन नंबर 0172-2682901 या मोबाइल नंबर 7743002947 (टेलीग्राम/व्हाट्सएप के लिए) पर साझा की जा सकती है, सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी."

इन जगहों पर हुई एनआईए की छापेमारी

यह ताजा कार्रवाई एनआईए द्वारा चंडीगढ़ में एक पीड़ित के घर पर जबरन वसूली की मांग और गोलीबारी से संबंधित मामले की जांच का हिस्सा थी. यह मामला पुलिस द्वारा 20 जनवरी, 2024 को दर्ज किया गया था और एनआईए ने 18 मार्च को जांच अपने हाथ में ले ली थी. एनआईए ने कहा, "तलाशी मोहाली, पटियाला, होशियारपुर और फतेहगढ़ साहिब जिलों में की गई, जो भारत में आपराधिक-आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त व्यक्तिगत आतंकवादियों पर एनआईए की निरंतर कार्रवाई का हिस्सा है. डिजिटल उपकरणों सहित आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है."

एनआईए की जांच में अब तक क्या पता चला

एनआईए ने कहा कि अब तक की जांच में पता चला है कि गोल्डी बराड़ ने राजपुरा (पंजाब) के गोल्डी के साथ मिलकर पंजाब, चंडीगढ़ और आसपास के इलाकों के व्यापारियों से जबरन वसूली करके धन जुटाने की आपराधिक साजिश रची थी. "वे बराड़ द्वारा गठित आतंकवादी गिरोहों के सदस्यों को हथियार और गोला-बारूद भी मुहैया करा रहे थे. वे मादक पदार्थों की तस्करी और बिक्री तथा इन बिक्री से प्राप्त आय को चैनलाइज करने में भी शामिल थे."

गोल्डी बराड़ के निशाने पर युवा

एनआईए की जांच के अनुसार, गोल्डी और विदेश में रहने वाले उसके साथी लगातार युवाओं को अपने गिरोह में भर्ती कर रहे थे, उनका इस्तेमाल जबरन वसूली के लक्ष्यों की पहचान के लिए कर रहे थे, उन लक्ष्यों के घरों के सामने गोलीबारी कर रहे थे जो जबरन वसूली के पैसे देने से इनकार करते थे, और उन्हें मादक पदार्थों और हथियारों की तस्करी की बिक्री और खरीद में शामिल कर रहे थे." एनआईए ने आगे कहा कि वह देश में सक्रिय आतंकवादी गैंगस्टर गठजोड़ को खत्म करने के लिए अपनी जांच जारी रखे हुए है.

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