- NIA ने लाल किला आतंकी हमले में आत्मघाती हमलावर उमर मोहम्मद के सहयोगी आमीर राशिद अली को गिरफ्तार किया है
- आमीर राशिद अली ने दिल्ली में धमाके में इस्तेमाल हुई कार खरीदी थी, जो उसके नाम पर रजिस्टर्ड है
- NIA की टीमें पंजाब, यूपी, हरियाणा, मध्य प्रदेश, दिल्ली और जम्मू कश्मीर में छापेमारी कर रही हैं
लाल किला आतंकी हमले में NIA को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. NIA ने इस मामले में आत्मघाती हमलावर डॉ.उमर मोहम्मद की मदद करने वाले उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया है. पुलिस फिलहाल गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर रही है. NIA ने गिरफ्तार आतंकी की पहचान आमीर राशिद अली के रूप में की है. आमीर मूल रूप से कश्मीर का रहने वाला है. आमिर पर आरोप है कि उसने उमर के साथ मिलकर इस धमाके की साजिश रची थी. दिल्ल में धमाके में जिस कार का इस्तेमाल किया गया था वो भी आमिर राशिद अली के नाम पर ही रजिस्टर्ड है. NIA ने दिल्ली में हुए धमाके को पहला ऐसा सुसाइड अटैक माना है.
आज जीएमसी अनंतनाग में अंतिम वर्ष की छात्रा हरियाणा की डॉ. प्रियंका शर्मा को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. वह रोहतक की निवासी हैं. सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या उनका डॉ. अदील या डॉ. उमर से कोई संबंध था.
ये अन्य डॉक्टर भी हिरासत में
दिल्ली धमाका मामले में अब तक 15 से ज्यादा डॉक्टर हिरासत में हैं. दर्जनों डॉक्टर एजेंसी के रडार पर हैं. बड़ी संख्या में डॉक्टरों को सोशल मीडिया ग्रुप्स में जोड़कर रेड़ीकिलाइज़ किया गया. अब तक डिटेन किए गए डॉक्टर बंगाल के दिनाजपुर से अल फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टर निसार आलम, मध्य प्रदेश के बुरहानपुर से एक डॉक्टर, मेवात से तीन डॉक्टर, सुनेहरा गांव (फिरोज़पुर झिरका) का डॉ. मुश्तकीम (जो चीन से एमबीबीएस पूरा करके लौटा है और अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप कर रहा है) , अहमदबस गांव का डॉ. मोहम्मद, डॉ. रेहान हयात (जिसने अल-फलाह से एमबीबीएस करने के बाद अब तावड़ू के एक निजी अस्पताल में काम करना शुरू किया है), पठानकोट से अल फलाह यूनिवर्सिटी का पूर्व डॉक्टर रईस अहमद भट्ट (इसने अल-फलाह यूनिवर्सिटी में 2020- 21 में काम किया).
वहीं,यूपी के हापुड़ से डॉक्टर फारूक (जो जीएस मेडिकल कॉलेज में पढ़ा रहा है व उसने अल-फलाह यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. और जम्मू कश्मीर का रहने वाला है), कानपुर से कार्डियोलॉजिस्ट आरिफ (जो अनंतनाग का रहने वाला है और डॉक्टर शाहीन का काफी करीबी है. शाहीना उसके साथ 2006 से 2016 तक काम कर चुकी है), डॉक्टर परवेज को लखनऊ से (जो शाहीना का भाई है), फरीदाबाद से अल-फलाह यूनिवर्सिटी के कई और डॉक्टर और स्टाफ मेंबर शामिल हैं.













