एनडीटीवी के सुशील महापात्रा को 'जर्नलिज्म फॉर पीस' अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा. पुणे के MIT वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी, स्कूल ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन की ओर से सुशील महापात्रा को यह अवार्ड के लिए चुना गया है. 10 नवंबर को पुणे में यह अवार्ड प्रदान किया जाएगा. भारत में पहली बार 'जर्नलिज्म फॉर पीस' अवार्ड दिया जा रहा है. मानसिक रोगियों पर सुशील महापात्रा की ग्राउंड रिपोर्ट 'मुझे घर जाना है' के लिए यह पुरस्कार दिया जा रहा है.अपनी स्टोरी में उन्होंने अलग-अलग आश्रम जाकर दिखाया था कि कैसे ठीक हुए मानसिक रोगी अपने घर वालों की इंतज़ार कर रहे हैं, लेकिन घर से कोई लेने नहीं आ रहा है. इस स्टोरी में महापात्रा ने दिखाया था कि कैसे घर वाले मानसिक रोगियों को अलग कर देते हैं लेकिन आश्रम जैसी संस्था इन रोगियों का मुफ्त में इलाज करती है. इस स्टोरी में मानसिक रोगियों की संघर्ष की कहानी दिखाई थी.
सुशील महापात्रा की ग्राउंड रिपोर्ट के बाद कई परिवार ठीक हुए मरीजों को लेने के लिए आश्रम पहुंचे थे. बता दें, इस साल कुल तीन पत्रकारों यह सम्मान मिल रहा है. महापात्रा को ब्रॉडकास्टिंग कैटेगरी में यह सम्मान मिल रहा है जबकि प्रिंट कैटेगरी में डाउन टु अर्थ की रवलीन कौर और डिजिटल कैटेगरी में गांव कनेक्शन कीनीतू सिंह को अवार्ड दिया जाएगा. मीडिया जगत के कई बड़े पत्रकार और शिक्षाविदों ने इन तीन पत्रकारों को इस अवार्ड के लिए चुना है. पुणे में तीन दिनों तक चलने वाले इस सेमिनार में दुनिया के बड़े बड़े पत्रकार शामिल होंगे. MIT वर्ल्ड यूनिवर्सिटी के साथ साथ मुम्बई प्रेस क्लब, द आरके लक्ष्मण म्यूजियम, फॉरेन कॉरेंस्पोंडेट्स क्लब ऑफ साउथ एशिया (नई दिल्ली)और द पुणे यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स इस सेमिनार के पार्टनर हैं. सुशील महापात्रा को इससे पहले दो बार प्रसिद्ध रामनाथ गोयनका अवार्ड और एक बार रेड इंक अवार्ड से सन्मानित किया जा चुका है. वेपिछले 14 सालों से NDTV से जुड़े हुए हैं.
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