- मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने NDTV राजस्थान कॉन्क्लेव में नई फिल्म टूरिज्म पॉलिसी का विमोचन किया
- सीएम ने कहा कि सरकार ने पेपर लीक रोकने में सफलता पाई है और 300 से अधिक आरोपियों को जेल भेजा है
- अरावली संरक्षण को प्राथमिकता दी जा रही है और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुप्रथाओं को समाप्त करने में प्रगति हुई है
Rajasthan News: शेखावाटी की ऐतिहासिक धरती और हवेलियों के शहर मंडावा में आयोजित NDTV राजस्थान कॉन्क्लेव 'राइजिंग राजस्थान: विकास भी, विरासत भी' के मंच से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) ने अपनी सरकार के दो साल का लेखा-जोखा पेश किया. मुख्यमंत्री ने न केवल फिल्म टूरिज्म पॉलिसी (New Film Tourism Policy) लॉन्च की, बल्कि पेपर लीक (Paper) से लेकर अरावली संरक्षण (Sava Aravalli) तक के मुद्दों पर विपक्ष को आड़े हाथों लिया.
पेपर लीक पर बड़ा बयान: 300 आरोपी सलाखों के पीछे
एनडीटीवी के मंच से जब सीनियर एडिटर विकास भदौरिया ने पूछा- राजस्थान में पेपर लीक होना बंद हो गए हैं या पेपर लीक की खबरें LEAK होना बंद हो गई हैं? तो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हल्की मुस्कुराहट के साथ कहा, 'कांग्रेस राज में जब पेपर लीक होते थे, तो गरीब बच्चों के सपने टूटते थे और हमें आघात होता था. हमारी सरकार में 200 से ज्यादा परीक्षाएं हुई हैं और एक भी पेपर लीक नहीं हुआ. हमने न केवल सिस्टम सुधारा, बल्कि 300 आरोपियों को जेल भेजा है.'
राजस्थान की नई फिल्म टूरिज्म पॉलिसी लॉन्च
मंडावा के कलात्मक माहौल में मुख्यमंत्री ने डिप्टी CM दीया कुमारी की मौजूदगी में राजस्थान की नई फिल्म टूरिज्म पॉलिसी का विमोचन किया. CM ने बताया कि शेखावाटी की 660 से ज्यादा हवेलियों का संरक्षण किया गया है. उन्होंने कहा, 'बड़े-बड़े एक्टर्स मुझसे कहते हैं कि राजस्थान शूटिंग के लिए दुनिया की सबसे बेहतरीन जगह है. हम विरासत को बचाते हुए विकास कर रहे हैं.'
ERCP और यमुना का पानी: शेखावाटी के लिए 'ब्लूप्रिंट'
राजस्थान की सबसे बड़ी चुनौती यानी 'पानी की किल्लत' पर अपना विजन स्पष्ट करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए जल प्रबंधन हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने जानकारी दी कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) के तहत 26 हजार करोड़ रुपये के महत्वपूर्ण कार्य धरातल पर शुरू हो चुके हैं, जिससे प्रदेश के एक बड़े हिस्से की पेयजल और सिंचाई की समस्या का स्थाई समाधान होगा.
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने शेखावाटी क्षेत्र के लिए बड़ी सौगात का जिक्र करते हुए कहा कि इस अंचल की प्यास बुझाने के लिए यमुना का पानी लाने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. वर्तमान में इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है, जो शेखावाटी के भविष्य के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगी.
अरावली और बाल विवाह: विरासत से समझौता नहीं
पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक बुराइयों पर कड़ा रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अरावली विवाद पर विपक्ष को जमकर घेरा. उन्होंने कांग्रेस पर तीखा पलटवार करते हुए सवाल उठाया कि आखिर साल 2002 और 2009 में अरावली की परिभाषा बदलकर इसके अस्तित्व के साथ किसने खिलवाड़ किया था? मुख्यमंत्री ने दोटूक शब्दों में स्पष्ट किया कि अरावली राजस्थान की 'सांस' है और वर्तमान सरकार अपनी इस प्राकृतिक धरोहर के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं करेगी.
इसके साथ ही, सामाजिक कुरीतियों पर चर्चा करते हुए उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि सरकारी प्रयासों और जन-जागरूकता के चलते राजस्थान में अब बाल विवाह जैसी कुप्रथा समाप्त होने के कगार पर है. आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि प्रदेश में बाल विवाह के मामलों में भारी कमी आई है और यह धीरे-धीरे पूरी तरह खत्म हो रहा है.
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