वंचित बहुजन आघाडी के नेता प्रकाश आंबेडकर ने आज NDTV मराठी कॉन्क्लेव में कहा कि मैं किंग मेकर की अवधारणा में विश्वास नहीं करता हूं. मेरा मानना है कि लोग राजनेताओं से एक कदम आगे हैं. राज्य में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया गलत तस्वीर पेश कर रहे हैं. उनका मानना है कि राज्य में सिर्फ़ दो बड़े राजनीतिक दल हैं. लेकिन अगर आप गहराई से देखेंगे तो आपको राज्य में गहरा विभाजन दिखेगा. हमारा मानना है कि ओबीसी मराठा उम्मीदवारों को वोट नहीं देंगे और मराठा समुदाय ओबीसी को वोट नहीं देंगे.
शरद पवार को लेकर दिए बयान पर हूं कायम
प्रकाश आंबेडकर ने आगे कहा कि मैं अभी भी शरद पवार के दाऊद के साथ संबंधों पर लगाए गए आरोपों पर कायम हूं. मैं सीएम एकनाथ शिंदे को चुनौती देता हूं कि वे 1990 के दशक में पवार की विदेश यात्रा का ब्यौरा तैयार करें. दरअसल प्रकाश आंबेडकर ने शुक्रवार को दावा किया था कि वरिष्ठ नेता शरद पवार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहते हुए दुबई में माफिया दाऊद इब्राहिम से मुलाकात की थी. उन्होंने मुंबई में पत्रकारों के साथ बातचीत में दावा किया था कि यह कथित बैठक 1988-91 के दौरान पवार के मुख्यमंत्री रहने के दौरान हुई थी. जब पवार मुख्यमंत्री थे तो वह पहले लंदन गए और फिर एक बैठक के लिए कैलिफोर्निया गए. उन्होंने कहा, ‘‘वह लंदन वापस आए और फिर दुबई चले गए. दुबई में उनकी मुलाकात दाऊद इब्राहिम से हुई.''
वह अपने हालिया बयान पर भी कायम रहे, जिसमें उन्होंने कहा था कि शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस, संजय राउत और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच एक गुप्त बैठक हुई थी. उन्होंने कहा, "मेरे सहयोगी सिद्धार्थ मोकाले को यह जानकारी थी और यह जानकारी तथ्यात्मक है."