लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) को लेकर एनडीटीवी के खास कार्यक्रम 'NDTV इलेक्शन कार्निवल' (NDTV Election Carnival) का पड़ाव लखनऊ पहुंचा हुआ है. भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी, समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज काका और कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने मौजूदा राजनीति पर गरमागरम चर्चा की. स्थिति यह हो गई कि कई बार माहौल बेहद उत्तेजनापूर्ण हो गया.
400 पार का दावा
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का उत्सव होता है. लोकतंत्र के इस उत्सव में भाजपा कार्यकर्ता पूरे दमखम के साथ तैयार हैं. हमने संकल्प लिया है कि तीसरी बार मोदी सरकार और अबकी बार 400 पार. उत्तर प्रदेश भी वही भूमिका निभाएगा जो हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड और गुजरात निभाते हैं. इस बार सारी की सारी उत्तर प्रदेश की सीटें नरेंद्र मोदी की झोली में जाएंगी. यूपी की सभी सीटें भाजपा को जाएगी. पूरा विपक्ष इस बार शून्य हो जाएगा और भाजपा सभी 80 की 80 सीटें जीतेगी.
कट्टे और दुपट्टे का खेल खत्म
सपा और कांग्रेस प्रवक्ता के 400 पार के दावे पर सवाल उठाने पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अब तो डमरू और बम-बम की आवाज हो रही है, लेकिन एक समय था जब बम फूटने की आवाज होती थी. हमने इसी अयोध्या में बम फूटते हुए देखा है. इसी लखनऊ की कचहरी में बम ब्लास्ट होते हुए देखा है. आज कहीं पर कोई भी बम ब्लास्ट नहीं हो रहा है. कहीं किसी प्रकार की आतंकी घटना नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की एक सीट जीतने की भी संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि आज कट्टे और दुपट्टे से कोई खेल नहीं सकता है. इसी लखनऊ की सड़कों पर कमर में कट्टे खोंसकर लड़कियों के दुपट्टों से हमने खिलवाड़ होते हुए देखा है. समाजवादी पार्टी के दौर में 40 हजार फर्जी बेसिक शिक्षक भर्ती किए गए थे. हमने पेपरलीक हुआ तो परीक्षा को रद्द किया. हम युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने देते. पेपरलीक पर कार्रवाई कर रहे हैं. पूरी दुनिया के सामने भारत का सिर ऊंचा किया है.
"ये मुद्दाविहीन विपक्ष"
राकेश त्रिपाठी ने कहा कि सच बात ये है कि बेरोजगारी समाजवादी पार्टी के शासन काल में 17.4 फीसदी थी और आज योगी आदित्यनाथ की सरकार में दो फीसदी के नीचे है. हमने उत्तर प्रदेश के युवाओं के मन के भीतर की निराशा को आशा में बदलने का काम किया है. हमने आज कानून का राज स्थापित करने का काम किया है. राहुल गांधी की पार्टी कभी मुद्दों को समझ नहीं पाती है और इसीलिए जनता के बीच में जाती है तो मुंह की खाती है. अब ये Electoral Bond का नया शिगुफा लेकर आए हैं. सच ये है कि बीस हजार करोड़ रुपये के electoral bond जारी हुए. छह हजार करोड़ रुपये के electoral bond भारतीय जनता party को मिले हैं और चौदह हजार करोड़ रुपये के electoral bond विपक्ष को मिले हैं । ये जाकिर नाईक से नगद में चंदा लेना चाहते हैं. नगद का धंधा करना चाहते है क्योंकि भ्रष्टाचार की संभावनाएं उसमें ज्यादा होती है. दुर्भाग्यपूर्ण है कि इनको कोई मुद्दे नहीं मिलता है. ये मुद्दाविहीन विपक्ष है.