- चेतन भगत ने ट्रंप और पाकिस्तान पर टिप्पणी की.
- उन्होंने बुकर प्राइज को लेकर तंज कसा.
- चेतन ने पाकिस्तान की तरफ से ट्रंप को पीस प्राइज के लिए नामांकित करने पर सवाल उठाए.
- चेतन ने आसिम मुनीर को लेकर भी टिप्पणी की.
NDTV Creators Manch में चेतन भगत ने ट्रंप के बहाने पाकिस्तान को जमकर धोया. उनसे जब एंकर ने पूछा कि क्या कभी बुकर प्राइज या अवार्ड की चाहत नहीं होती? तो चेतन तपाक से बोले, "देते भी नहीं हैं. एक बार ट्रंप साहब को पीस प्राइज नहीं मिल रहा और मुझे बुकर नहीं मिल रहा. और जैसे वो कहते हैं, उन्होंने (ट्रंप ने) तो लिखा है, अब तक तो मुझे चार-पांच बार मिल जाना चाहिए था. मेरे को भी ऐसा ही लगता है कई बार."
आसिम मुनीर टाइप...
एंकर ने फिर कहा कि लेकिन वो (ट्रंप) कोशिश कर रहे हैं..बार-बार बोल रहे हैं कि मुझे इस वजह से नहीं मिल रहा... इस पर चेतन कहते हैं, "मैं जानता हूं, पर उनको तो पाकिस्तान नॉमिनेट कर रहा है पीस प्राइज के लिए... पाकिस्तान कैसे किसी को पीस प्राइज के लिए नॉमिनेट कर सकता है...हां, ये ऐसा ही है जैसे दारू की दुकान नशा छुड़ाने की क्लिनिक खोल रही है. मेरा मतलब है...ठीक है..मेरा तो अभी तक नॉमिनेशन आया नहीं है. कोई ऐसे आसिम मुनीर टाइप के लोगों से. आएगा तो शायद मिल जाएगा."
क्या कोई नया अशोक चक्रधर बन सकता है?
इसी कार्यक्रम में पहुंचे अशोक चक्रधर से जब पूछा गया कि क्या कोई नया कवि उन जैसा बन सकता है, तो उन्होंने कहा, 'ऐसा कुछ नहीं होता, मेरे अंदर अगर किसी प्रकार का कोई कवि है, तो पहले श्रेय मेरे पिता राधे श्याम जी को जाता है. वह महान कवि थे. फिर उनके जो कवि मित्र आते थे, उनकी जैसी कविताएं लिखने का मन करता था. मैंने हरिवंश राय बच्चन के साथ भी कविता का पाठ किया है. इसलिए आप कह सकते हैं कि मैं भी हड़प्पा संस्कृति से हूं.' अशोक चक्रधर का इतना कहना था कि भी ठहाके मारकर हंसने लगे.