PM मोदी के साथ दिखे शरद पवार, उलझन में INDIA गठबंधन के पैरोकार

शरद पवार विपक्ष एकजुटता में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंच साझा करने के बाद विपक्षी पार्टियां अब शरद पवार की भूमिका को लेकर असमंजस में नजर आ रही हैं.

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पुणे में आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी को लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

पुणे:

लोकसभा चुनाव 2024 (Loksabha Elections 2024) में बीजेपी (BJP) को हराने के मकसद से विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन का नाम INDIA रखा है. इसे लेकर बीजेपी हमलावर भी है. केंद्र की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और विपक्ष में तल्खी के बीच गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं में एक शरद पवार (Sharad Pawar) ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ मंच साझा किया. विपक्ष की ओर से कार्यक्रम में नहीं जाने की अपील के बावजूद शरद पवार और पीएम मोदी एक कार्यक्रम में मिले. इसे लेकर विपक्ष ने नाराजगी जाहिर की है.

विपक्षी गठबंधन की पार्टियों खासकर कांग्रेस के नेताओं में इस बात को लेकर बेचैनी है कि मुंबई में होने वाली विपक्ष की आगामी बैठक से पहले शरद पवार का मोदी के साथ दिखना गलत संदेश देगा. विपक्ष को यह भी अंदेशा है कि बीजेपी जानबूझकर ऐसा कर रही है, ताकि विपक्ष बंटा हुआ दिखे.

दरअसल, पुणे में आयोजित लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह के दौरान पीएम मोदी और शरद पवार एक साथ दिखे. पीएम मोदी ने पहले कई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. इसके बाद उन्हें लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम में एनसीपी प्रमुख शरद पवार को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाए गए थे.

अजित पवार और शरद पवार दिखे साथ
वहीं, एनसीपी में टूट के बाद पहली बार किसी कार्यक्रम में शरद पवार और अजित पवार एक साथ नजर आए. कार्यक्रम में पहले शरद पवार ने पीएम मोदी की पीठ थपथपाई. फिर पीएम मोदी ने अजित पवार की पीठ थपथपाई. शरद पवार और पीएम मोदी सात साल में पहली बार एक मंच पर दिखे हैं.

ये पवार का निजी फैसला-कांग्रेस नेता
विपक्षी गठबंधन के ऐतराज जताने के बाद भी शरद पवार के कार्यक्रम में शामिल होने को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज  चव्हाण की तरफ से बयान आया है. चव्हाण ने कहा कि शरद पवार का पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ मंच साझा करना उनका निजी फैसला है.

शिवसेना (यूबीटी) ने साधा निशाना
विपक्षी नेताओं ने पीएम मोदी के पुणे पहुंचने से पहले आंदोलन किया. वहीं, शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने शरद पवार के मंच पर उपस्थित होने को लेकर एनसीपी और बीजेपी दोनों की घेरा. शिवसेना के मुख्यपत्र 'सामना' के संपादकीय में लिखा गया- "महीने भर पहले पीएम मोदी ने ही शरद पवार की पार्टी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. महाराष्ट्र की राजनीति को दलदल बनाकर छोड़ दिया, फिर भी शरद पवार पुणे में एक कार्यक्रम में उपस्थित रहकर मोदी की आवभगत करेंगे. ये कुछ लोगों को जंच नहीं रहा है."

शरद पवार ने क्या कहा?
इस मामले पर शरद पवार ने कहा, "तीन महीने पहले मैंने खुद इस कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया था. इसलिए अगर मैं वहां हाजिर नहीं रहूं, तो यह ठीक नहीं है. प्रधानमंत्री का एक प्रोटोकॉल होता है." हालांकि, अपने भतीजे अजित पवार के साथ मंच साझा करने को लेकर शरद पवार ने कुछ नहीं कहा. एनसीपी के कई विधायक शरद पवार की इसी भूमिका को लेकर शंका में हैं, जिसके चलते अधिकांश एनसीपी विधायक महाराष्ट्र के मॉनसून सत्र में नहीं आ रहे हैं.

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