- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के 26 से अधिक देशों द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री बने हैं.
- घाना ने मोदी को ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना सम्मान दिया, जो भारत-घाना संबंधों को मजबूत करने के लिए है.
- ब्राजील ने मोदी को ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द साउदर्न क्रॉस सम्मान प्रदान किया, जो द्विपक्षीय संबंधों की पुष्टि करता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि अपने नाम कर ली है. वे भारत के पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं, जिन्हें दुनिया के 26 से ज्यादा देशों ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा है. हाल ही में घाना और ब्राजील ने उन्हें अपने सबसे प्रतिष्ठित नागरिक अवॉर्ड देकर इस सूची में शामिल किया है. घाना सरकार ने मोदी को 'ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना' (Officer of the Order of the Star of Ghana) सम्मान से नवाजा. ये अवॉर्ड मोदी को उनकी वैश्विक नेतृत्व क्षमता और भारत-घाना संबंधों को मजबूत करने में अहम योगदान के लिए दिया गया. सम्मान ग्रहण करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने इसे घाना की जनता और भारत के युवाओं को समर्पित किया और कहा कि यह सम्मान भारत-घाना के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों का प्रतीक है.
इससे एक दिन पहले ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने मोदी को देश का सर्वोच्च सम्मान 'ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द साउदर्न क्रॉस (Grand Collar of the National Order of the Southern Cross) प्रदान किया. ये सम्मान उन्हें भारत-ब्राजील द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए दिया गया.
मुस्लिम बहुल देशों से भी मिले सम्मान
2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से नरेंद्र मोदी को लगातार कई देशों से सम्मान मिलते रहे हैं. इनमें से कई मुस्लिम बहुल देशों जैसे सऊदी अरब, यूएई, बहरीन, अफगानिस्तान, फिलिस्तीन, कुवैत जैसे देशों ने भी उन्हें अपने सर्वोच्च पुरस्कारों से नवाजा है. ये केवल अंतरराष्ट्रीय संबंधों को ही नहीं दर्शाता, बल्कि यह भी दिखाता है कि दुनिया भर में भारत की वैश्विक भूमिका कितनी मजबूत हुई है.
2016 से हर साल मिलता रहा सम्मान
अब तक 26 देशों ने पीएम मोदी को अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा है. इनमें एशिया, यूरोप, अफ्रीका, खाड़ी देश, ओशिनिया और अमेरिका के देश शामिल हैं. 2016 से लेकर अब तक मोदी को हर साल किसी न किसी देश से यह सम्मान मिलता रहा है. प्रधानमंत्री मोदी खुद को 'प्रधान सेवक' कहकर देश की 140 करोड़ जनता की आकांक्षाओं और विकास के सपनों को अंतरराष्ट्रीय मंचों तक ले जाते रहे हैं.