सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम (Supreme Court Collegium) ने केंद्र से सिफारिश की है कि आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के जज नरेंद्र जी को उत्तराखंड हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस नियुक्त किया जाए.उनको वर्तमान चीफ जस्टिस ऋतु बाहरी के 10 अक्टूबर को सेवानिवृत्त होने पर उत्तराखंड हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया जाए. सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस भूषण आर गवई के कॉलेजियम ने बॉम्बे हाईकोर्ट के जज के तौर पर 9 वकीलों की नियुक्ति की भी सिफारिश की है.
इन पदों के लिए जिन वकीलों की सिफारिश की गई है वे हैं:
- राजेश सुधाकर दातार
- सचिन शिवाजीराव देशमुख
- गौतम अश्विन अंखड
- महेंद्र माधवराव नेरिलकर
- निवेदिता प्रकाश मेहता
- प्रफुल्ल सुरेंद्र कुमार खुबलकर
- अश्विन दामोदर भोबे
- रोहित वासुदेव जोशी
- अद्वैत महेंद्र सेठना
ये नाम बॉम्बे हाईकोर्ट कॉलेजियम ने दो अलग-अलग प्रस्तावों के जरिए सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम को भेजे थे. पहला प्रस्ताव 19 जनवरी को और दूसरा 19 अप्रैल को भेजा गया. दोनों प्रस्तावों के अनुसार बॉम्बे हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने अपने दो वरिष्ठतम सहयोगी जजों के परामर्श से उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति के लिए उपर्युक्त वकीलों के नामों की सिफारिश की थी.
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने सभी 9 लोगों को न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति के लिए उपयुक्त पाया तथा इसकी सिफारिश की. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम से पारित प्रस्तावों में कहा गया है कि उच्च न्यायालय में पदोन्नति के लिए उपरोक्त उम्मीदवारों की योग्यता और उपयुक्तता का आकलन करने के लिए हमने रिकॉर्ड पर रखी गई सभी सामग्री की जांच और मूल्यांकन किया है.
हमने फाइल में न्याय विभाग द्वारा की गई टिप्पणियों का भी अवलोकन भी किया है. बॉम्बे हाईकोर्ट में जजों के 94 पद स्वीकृत हैं लेकिन मौजूदा समय में 66 न्यायाधीशों के साथ कार्य कर रहा है.अगर ये नियुक्तियां हो गई तो जजों की संख्या 75 हो जाएगी.फिर भी 19 जजों की कमी रहेगी.
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