नगालैंड (Nagaland) में सुरक्षा बलों के एक आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन में 'गलत पहचान' के चलते 13 स्थानीय लोग मार गए. सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षा बल का एक जवान की भी मौत हो गई. घटना म्यांमार की सीमा से लगे नागालैंड के मोन जिले के ओटिंग गांव की है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस घटना पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि राज्य सरकार की ओर से गठित उच्च स्तरीय एसआईटी टीम इसकी जांच करेगी.
सूत्रों ने बताया कि एक गुप्त सूचना पर सुरक्षा बलों ने तिरु-ओटिंग सड़क पर घात लगाकर हमला करने की योजना बनाई थी, लेकिन गलती से ग्रामीणों को उग्रवादी समझ लिया. हमले में ग्रामीणों के मारे जाने पर स्थानीय लोग गुस्साई भीड़ में तब्दील हो गए और सुरक्षा बलों को घेर लिया. पुलिस सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा बलों को 'आत्मरक्षा' में भीड़ पर गोलियां चलानी पड़ीं और कई ग्रामीणों को गोलियां लगी. सुरक्षा बलों के तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया.
इस घटना पर सेना ने बयान जारी करते हुए कहा कि ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी' के आदेश दे दिए गए हैं. साथ ही बताया गया कि म्यांमा की सीमा से लगने वाले मोन जिले में उग्रवादियों की संभावित गतिविधियों की विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर अभियान चलाया गया था.
नगालैंड की घटना की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश, सेना ने बताया 'अफसोसजनक'
बयान में कहा गया है, 'यह घटना और इसके बाद जो हुआ, वह अत्यंत खेदजनक है. लोगों की मौत की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी' के जरिए उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी.'
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना पर दुख जाहिर करते हुए ट्वीट किया है, 'नगालैंड के ओटिंग, मोन में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना से दुखी हूं. जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई, उनके परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय एसआईटी इस घटना की गहन जांच करेगी ताकि शोक संतप्त परिवारों को न्याय मिल सके.'
वहीं, नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो (Neiphiu Rio) ने शांति की अपील करते हुए ट्वीट किया कि राज्य के मोन जिले के ओटिंग गांव में 'दुर्भाग्यपूर्ण घटना' की वजह से 'नागरिकों की हत्या' हुई. मुख्यमंत्री ने कहा कि उच्च स्तरीय विशेष जांच दल इसकी जांच करेगा.
सीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'मोन के ओटिंग में दुर्भाग्यपूर्ण घटना में नागरिकों की हत्या अत्यंत निंदनीय है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना. उच्च स्तरीय एसआईटी जांच करेगी और देश के कानून के मुताबिक न्याय मिलेगा. सभी वर्गों से शांति की अपील.'